उत्तराखंड को जल्द मिलेंगे तीन नगर निगम, पढ़िए पूरी खबर
उत्तरकाशी श्रीनगर और पिथौरागढ़ नगर पालिका परिषदों को नगर निगम बनाने के लिए कसरत चल रही है।
देहरादून, केदार दत्त। उत्तराखंड के गांवों से निरंतर हो रहे पलायन ने राज्य सरकार की पेशानी पर बल डाले हुए हैं। गांवों के निवासियों को गांव के नजदीक ही बेहतर सुविधाओं के साथ ही रोजगार के अवसर मिल सकें, इसके लिए नगर निकायों के उच्चीकरण की तैयारी है। इस कड़ी में उत्तरकाशी, श्रीनगर और पिथौरागढ़ नगर पालिका परिषदों को नगर निगम बनाने के लिए कसरत चल रही है। इनके अस्तित्व में आने पर नगर निगमों की संख्या बढ़कर 11 हो जाएगी। यही नहीं, कुछ नगर पंचायतों को उच्चीकृत कर नगर पालिका परिषद बनाया जा सकता है। जाहिर है कि इनके सीमा विस्तार में कुछ और गांवों को उच्चीकृत होने वाले निकायों का हिस्सा बनाया जाएगा।
गांवों से निरंतर हो रहे पलायन की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि राज्य गठन से लेकर अब तक 1702 गांव निर्जन हो चुके हैं। बड़ी तादाद में ऐसे गांव हैं, जिनमें लोगों की संख्या अंगुलियों में गिनने लायक रह गई है। पलायन आयोग की रिपोर्ट में साफ हुआ कि बेहतर सुविधाओं और रोजगार की तलाश में लोग गांवों से शहरी क्षेत्रों में पलायन कर रहे हैं। इस सबको देखते हुए राज्य सरकार ने गांवों से पलायन को थामने के मद्देनजर नजदीकी नगर निकायों से भी राह निकालने की ठानी है।
इसके लिए नगर निकायों को उच्चीकृत किया जाएगा। शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक बताते हैं कि शहरों के तेजी से विकास को पलायन थामने की दृष्टि से देखा जा सकता है। कैबिनेट मंत्री कौशिक के मुताबिक गांवों से लोग शहरी क्षेत्रों की ओर पलायन कर रहे हैं। यदि 15-20 गांवों को केंद्र में रखकर किसी शहर को सुविधाओं से युक्त करने की दिशा में पहल होगी तो गांवों के लोगों को वहीं सुविधाएं मिल सकेंगी। साथ ही रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।
उन्होंने बताया कि इस कड़ी में श्रीनगर को इसी बार नगर निगम बनाने की तैयारी थी, मगर इसे कतिपय कारणों के चलते टालना पड़ा। उन्होंने बताया कि जल्द ही श्रीनगर के अलावा उत्तरकाशी और पिथौरागढ़ नगर पालिका परिषदों को नगर निगम बनाने की राह पर बढ़ा जाएगा। इसके लिए होमवर्क शुरू कर दिया गया है। कुछ नगर पंचायतों को भी नगर पालिका परिषदों में उच्चीकृत किया जाएगा। इस बारे में भी अधिकारियों को होमवर्क करने के निर्देश दिए गए हैं। उच्चीकृत होने वाले सभी नगर निकायों को इन्फ्रास्ट्रक्चर, शिक्षा, स्वास्थ्य समेत मूलभूत सुविधाओं के नजरिये से विकसित किया जाएगा।
सूबे में वर्तमान में नगर निकाय
निकाय, संख्या
नगर निगम, 08
नगर पालिका परिषद, 41
नगर पंचायत 43
153 गांव बन चुके शहरों का हिस्सा
पिछले साल नगर निकायों के सीमा विस्तार में काफी संख्या में गांवों को शहरों का हिस्सा बनाया गया। इससे 153 गांवों का वजूद खत्म हो चुका है। वर्तमान में गांवों की संख्या 7797 है, जबकि निकायों के सीमा विस्तार से पहले यह आंकड़ा 7950 था।
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