मानव जीवन में मां का दर्जा सबसे बड़ा
संवाद सहयोगी विकासनगर मदर्स डे पर वारियर्स गर्ल्स फाउंडेशन ने जमनीपुर तप्पड़ में कार्यक्रम
संवाद सहयोगी, विकासनगर: मदर्स डे पर वारियर्स गर्ल्स फाउंडेशन ने जमनीपुर तप्पड़ में कार्यक्रम का आयोजन किया। इस अवसर पर फाउंडेशन की सदस्यों ने महिलाओं को उपहार देकर सम्मानित किया। फाउंडेशन की उपाध्यक्ष प्रीति सैनी ने कहा कि मानव जीवन में मां का दर्जा सबसे बड़ा है। मां अपने बच्चों के लिए अपना पूरा जीवन लगा देती है। लालन पालन से लेकर शिक्षा और जीवन के हर स्तर पर मां की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण होती है। आज के समाज में जीवन के इस सबसे अहम किरदार के सम्मान में कमी आई है। समाज में कुछ ऐसे भी लोग हैं जो अपनी मां के साथ उचित व्यवहार नहीं करते हैं। उन्होंने ऐसे लोगों को समाज के लिए कलंक बताते हुए कहा कि इस प्रकार के लोग जीवन में कभी उन्नति नहीं कर सकते जो अपनी मां के साथ सही व्यवहार नहीं करते हैं। कार्यक्रम में फाउंडेशन की अध्यक्ष रेहाना सिद्दीकी ने कहा कि सभी धर्मो में मां को सर्वोच्च स्थान हासिल है। पहली शिक्षक के रूप में मां प्रत्येक व्यक्ति को जीवन के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराती है। कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं को उपहार देकर सम्मानित किया गया और मिष्ठान वितरित किया गया। इस दौरान नरेश सैनी, शहरीन, देवेन्द्र कुमार, समीना बानो, सीमा, शबाना, रूकैया, अन्नो, सैया सोनी, बतूल, साजिदा, जमीला आदि मौजूद रहे।
मां शब्द अमिट व अमर
विकासनगर: कवियत्री विमला देवी आर्य ने मदर्स डे पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि मां शब्द अमिट है, अमर है, कभी न खत्म होने वाली कहानी है। उन्होंने कविता मां तुम थी तो था वो ताजमहल, तुम नहीं तो खंडहर वीराना है, कल खिली थी जहां जूही चंपाकली, आज शूलों का ठिकाना है। कवियत्री ने कहा कि मां आग में तपे हुए कुंदन की तरह है, जो अपनी बेटी को खरा सोना बनाने में खुद को तपाती रहती है। उन्होंने कहा कि आज उनकी मां इस संसार में नहीं हैं, लेकिन उनकी यादें, उनके द्वारा दिया गया ज्ञान आज भी दिलों में है।
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