'उमंग 2019' में राज्यपाल बोलीं, निर्धन बच्चों को शिक्षा देना समाज का सशक्तिकरण
राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कहा कि निर्धन बच्चों को शिक्षा प्रदान करना वास्तव में समाज का सशक्तिकरण है।
देहरादून, जेएनएन। सेवा भारती देहरादून का वार्षिकोत्सव 'उमंग-2019' हर्षोल्लास से मनाया गया। इस दौरान सेवा भारती के वीर सावरकर बाल संस्कार केंद्र, भगत सिंह बाल संस्कार केंद्र, रुचिपुरा बाल संस्कार केंद्र के छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। मुख्य अतिथि राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कहा कि निर्धन बच्चों को शिक्षा प्रदान करना वास्तव में समाज का सशक्तिकरण है। विशेषकर बालिकाओं को शिक्षा के माध्यम से सशक्त करने की आवश्यकता है।
नगर निगम सभागार में आयोजित कार्यक्रम में छात्राओं ने सरस्वती वंदना के साथ सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आगाज किया। उन्होंने नृत्य और संगीत के माध्यम से देशभक्ति की अलख जगाई। इसके अलावा कृष्ण लीला को भी नृत्य के माध्यम से बखूबी दर्शाया। सैनिकों को समर्पित छात्रों की प्रस्तुति ने हर किसी में जोश और उत्साह का संचार किया। गढ़वाली गीतों पर छात्र-छात्राओं की प्रस्तुति को भी खूब सराहा गया।
वहीं, उन्होंने लघु नाटिका के माध्यम से सेवा भारती के जरिए किए जा रहे कार्यों की भी जानकारी दी। कार्यक्रम का खास आकर्षण नंदा राजजात की प्रस्तुति रही। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि समाज के एक हिस्से के पिछड़ा या अभावग्रस्त होने से संपूर्ण समाज की खुशहाली में अवरोध उत्पन्न होता है। कोई भी समाज तब ही खुशहाल रह सकता है जब उसका प्रत्येक व्यक्ति खुशहाल हो। समाज के सशक्त और जागरूक वर्ग को दुर्बल वर्ग की प्रगति के लिए आगे आना होगा। इसके लिए त्याग और परोपकार की भावना का होना आवश्यक है।
मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के क्षेत्रीय प्रचार प्रमुख कृपा शंकर ने कहा कि सेवा भाव की परंपरा भारतीय संस्कृति की पहचान है। जिसे कायम रखना हम सभी की जिम्मेदारी है। मानव स्वभाव में सेवा और परमार्थ होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिसके भीतर संवेदना नहीं वह सेवा नहीं कर सकता। कहा कि व्यक्ति में समता, ममता और क्षमता का विकास आवश्यक है। समाज में सेवा, संस्कार, समरसता का भाव जागृत करने पर उन्होंने जोर दिया।
कार्यक्रम अध्यक्ष उद्योगपति और समाजसेवी अशोक विंडलास ने कहा कि समाज को जीवंत रखने के लिए समरसता जरूरी है। राष्ट्र में साधारण जनता में बुद्धि का विकास जितना अधिक, उतना राष्ट्र का उत्कर्ष अधिक। सेवा भारती इस ओर समर्पित भाव से कार्य कर रहा है। वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. सुमिता प्रभाकर ने बताया कि कैन प्रोटेक्ट फाउंडेशन इस वर्ष सेवा भारती के सभी केंद्रों पर 'मेरी मां-स्वस्थ मां' कार्यक्रम संचालित करेगा। न केवल बच्चों के स्वास्थ्य की जांच की जाएगी बल्कि उनके माध्यम से उनकी मां तक पहुंचा जाएगा। उनकी भी निश्शुल्क स्वास्थ्य जांच की जाएगी।
दून मेडिकल कॉलेज के डॉ. अभय कुमार ने सेवा भारती महानगर के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रमों की जानकारी दी। साथ ही भविष्य की योजना पर भी प्रकाश डाला। संचालन सुनीता पांडे और मालिनी जिंदल ने संयुक्त रूप से किया। कार्यक्रम में संघ के सह प्रांत व्यवस्था प्रमुख नीरज मित्तल, विभाग प्रचारक सुनील कुमार, प्रचार प्रमुख हिमांशु अग्रवाल, हरिमोहन लोहिया, सुनील जैन, प्रो. एचसी पुरोहित, डॉ. भालचंद्र, डॉली डबराल, सपना नंदा, सेवा भारती की क्षेत्रीय मंत्री रीता गोयल, सह क्षेत्रीय मंत्री मंजू कटारिया, महेश गर्ग, दीप अग्रवाल, कृष्ण गोपाल मित्तल आदि उपस्थित रहे।
समाज के सभी वर्गों की सोचता है संघ
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के क्षेत्रीय प्रचार प्रमुख कृपा शंकर ने कहा कि कुछ लोग संघ को अलग नजरिए से देखते हैं, लेकिन संघ समाज के सभी वर्गों के लिए सोचता और कार्य करता है। चरखी दादरी की घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उसमें मरने वाले सभी मुसलमान थे,लेकिन सेवा के लिए सबसे पहले वहां के संघचालक पहुंचे। बाद में वहां मुस्लिम समाज ने उनका अभिनंदन भी किया। कहा कि संघ प्रारंभ काल से सेवा कार्यों से जुड़े रहे हैं। देश में तमाम प्रकार की अलग-अलग वर्षों में आई प्राकृतिक आपदा व विपदा में उसने आगे बढ़कर कार्य किए।
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