छात्रसंघ समारोह आज, एबीवीपी विरोध में
डाकपत्थर स्थित वीर शहीद केशरी चंद राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में 22 अप्रैल को होने वाले छात्रसंघ समारोह को लेकर दो संगठन आमने सामने आ गए हैं।
संवाद सहयोगी, विकासनगर : डाकपत्थर स्थित वीर शहीद केशरी चंद राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में 22 अप्रैल को होने वाले छात्रसंघ समारोह को लेकर दो संगठन आमने सामने आ गए हैं। इस कार्यक्रम को लेकर एबीवीपी में नाराजगी है। एबीवीपी का कहना है कि चुनाव आचार संहिता के चलते उनके 11 मार्च के कार्यक्रम को रद कर दिया गया था, ऐसे में कॉलेज प्रशासन ने आचार संहिता अवधि में कैसे छात्र संघ के कार्यक्रम को अनुमति दी है। एबीवीपी ने कहा कि वे किसी भी कीमत पर कार्यक्रम को नहीं होने देंगे।
महाविद्यालय में छात्रसंघ द्वारा प्रत्येक वर्ष छात्रसंघ समारोह आयोजित किया जाता है, लेकिन इस बार समारोह को लेकर कॉलेज के एबीवीपी से जुड़े छात्र-छात्राएं मुखर हैं। एबीवीपी की विद्यार्थी परिषद की प्रदेश सहमंत्री दिव्या राणा, जिला सह संयोजिका बलमीत कौर, शुभम गर्ग, अभिषेक चौहान, रजत राणा, अनिकेत सैनी, शुभम राठौर, आशीष आदि का कहना है कि चुनाव आचार संहिता के दौरान इस प्रकार के आयोजन नहीं किए जा सकते। इस कारण कार्यक्रम को नहीं होने देना चाहिए। उधर छात्र संघ कार्यक्रम संयोजक प्रेमचंद नौटियाल, भाग्यश्री, सह-संयोजक प्रशांत कश्यप, शाहरूख, छात्र संघ की कार्यकारी अध्यक्षा प्रियता खत्री, पूर्व अध्यक्ष सलमान, कोषाध्यक्ष संदीप कंडवाल, सह-सचिव मनीष शर्मा, विश्विद्यालय प्रतिनिधि अंकिता बुटोला, क्रीड़ा सचिव विवेक बिजल्वाण, छात्रा प्रतिनिधि श्वेता शर्मा आदि का कहना है कि छात्रसंघ से संबंधित कार्यक्रम कॉलेज के भीतर की गतिविधि का हिस्सा है, जिस पर इस प्रकार का कोई नियम कानून लागू नहीं होता है। उनका कहना है कि कार्यक्रम के लिए कॉलेज प्रशासन के अलावा स्थानीय प्रशासन से भी अनुमति ले ली गई है।
एबीवीपी का विरोध, भाजपा के जनप्रतिनिधि अतिथि
सोमवार को आयोजित होने वाले छात्र संघ समारोह कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि विकासनगर के भाजपा विधायक मुन्ना सिंह चौहान व विकासनगर की पालिका अध्यक्ष एवं भाजपा नेता शांति जुंवाठा बतौर विशिष्ठ अतिथि शामिल होंगी। जबकि कार्यक्रम का पुरजोर विरोध भाजपा समर्थित छात्र संगठन एबीवीपी कर रहा है। ऐसे में सवाल यह भी उठ रहा है कि भाजपा नेता कार्यक्रम में शामिल भी होंगे या नहीं। इस बात का जवाब देते हुए छात्रसंघ समर्थक मोहित जैन का कहना है कि जनप्रतिनिधियों से अनुमति लेकर ही उनके नाम निमत्रंण कार्ड में छपवाए गए हैं।