हरीश रावत बोले, सरकार ने गंगा भक्तों को छोड़ दिया है मरने के लिए
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने गंगा को लेकर एक बार फिर से बीजेपी की केंद्र और राज्य सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कर्इ आरोप लगाए हैं।
देहरादून, जेएनएन। पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने गंगा के मामले में केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि मौजूदा केंद्र सरकार गंगा की अपराधी है और अब उसने गंगा भक्तों को मरने के लिए छोड़ दिया है। केंद्र के साथ ही राज्य सरकार भी गंगा और गंगाभक्तों के प्रति संवेदनहीन बनी हुई है। गंगा को लेकर ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद उपवास पर हैं, लेकिन केंद्र व राज्य सरकारों ने उनकी सुध लेने तक की जरूरत नहीं समझी।
पूर्व सीएम हरीश रावत एक होटल में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। जिसमें उन्होंने भाजपा सरकार को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि केंद्र के गंगा स्वच्छता के कार्यक्रम में कोई कार्य नहीं होने से तो धक्का लगा ही है, अब केंद्र गंगा भक्तों की सफाई पर उतर आया है। आत्मबोधानंद के मामले में सरकार की चुप्पी आपराधिक, अमानवीय होने के साथ ही संवेदनहीनता की पराकाष्ठा है।
रावत ने कहा, उन्होंने शनिवार को आत्मबोधानंद से मुलाकात कर इस लड़ाई को कुछ समय के लिए स्थगित करने का आग्रह किया, लेकिन वे अपनी बात पर अड़े रहे। उन्हेांने कहा कि मेधा पाटकर, भरत झुनझुनवाला समेत अन्य कई शख्सियतों ने आत्मबोधानंद के समर्थन में हरिद्वार से दिल्ली तक मार्च का निर्णय लिया है। कांग्रेस इसमें उनका सहयोग करेगी।
हरीश रावत ने गंगा के बडे पैमाने पर व्यवसायिक उपयोग का भी विरोध किया, साथ ही केंद्र को कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि गंगा के लिए जो फंड जारी हुआ है, वह किसी अदृश्य गंगा पर लग रहा है। गंगा की उपेक्षा मानवता की उपेक्षा है। कांग्रेस अपने संकल्प पत्र में गंगा की रक्षा का मसला शामिल करेगी।
उनका ये भी कहना है कि यह भी कहा कि मोदी सरकार ने तीन घोर पाप किए हैं। पहला केंद्र और भाजपा शासित प्रदेशों में तीन करोड़ सरकारी सेवाओं के पदों को मृत घोषित किया, दूसरा केंद्रीय सेवाओं में अभी भी रिक्त चल रहे 24 लाख पदों को भरने की दिशा में प्रयास नहीं किए और तीसरा जीएसटी नोटबंदी से एक करोड़ लोगों की रोजी-रोटी छीन ली। उन्होंने कहा कि इस संबंध में कांग्रेस के साथ ही देश की जनता मोदी सरकार से सवाल पूछेगी।
राज्य सरकार को निशाने पर लेते हुए पूर्व सीएम ने कहा कि सरकार ने गैरसैंण को लेकर गैरसैणियत और उत्तराखंडियत की हत्या का प्रयास किया है। राम मंदिर के संबंध में दिए गए पूर्व के बयान को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा पापी है और उसने मर्यादाओं को तोड़ा है, लिहाजा उसके कार्यकाल में मंदिर नहीं बन सकता। मंदिर तभी बनेगा, जब कांग्रेस आएगी।
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