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उत्तराखंड में थमने का नाम नहीं ले रही जंगल की आग

उत्‍तराखंड में पिछले 24 घंटे के दौरान आग की 158 घटनाएं सामने आई, जिसमें 496 हेक्टेयर जंगल प्रभावित हुआ।

By Edited By: Published: Sun, 27 May 2018 03:00 AM (IST)Updated: Sun, 27 May 2018 08:57 PM (IST)
उत्तराखंड में थमने का नाम नहीं ले रही जंगल की आग
उत्तराखंड में थमने का नाम नहीं ले रही जंगल की आग

देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: प्रदेश के जंगलों में भड़की आग थमने का नाम नहीं ले रही। हालांकि, घटनाओं में कुछ कमी आई है, लेकिन क्षेत्र अधिक झुलस रहा है। पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य में आग की 158 घटनाएं सामने आई, जिसमें 496 हेक्टेयर जंगल प्रभावित हुआ। इसके साथ ही अब तक दावानल की घटनाओं की संख्या 1494 और प्रभावित क्षेत्रफल 3358 हेक्टेयर पहुंच गया है। क्षति आंकी गई है 64.60 लाख रुपये। इस बीच आग से निबटने के लिए साढ़े हजार से अधिक लोग मोर्चा संभाले हुए हैं। अल्मोड़ा जिले के सूरी व मजखाली में महिलाओं ने जंगल को आग से बचाने में अहम भूमिका निभाई।

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लगातार सुलगते जंगलों में आग पर नियंत्रण को सिस्टम ने ताकत झोंकी हुई है, मगर इस पर काबू नहीं हो पा रहा। पारे की उछाल और हवा आग के फैलाव में घी का काम कर रही है। हालांकि, शुक्रवार के मुकाबले शनिवार को आग की घटनाओं की संख्या में 44 की कमी जरूर दर्ज की गई। शुक्रवार को आग की 202 घटनाएं हुई, जबकि शनिवार को यह आंकड़ा 158 पर आ गया। अलबत्ता, आग अब जंगलों के बड़े हिस्सों को अपनी चपेट में ले रही है। ऐसे में चिंता अधिक बढ़ गई है। यद्यपि, वन समेत तमाम विभागों के अलावा ग्रामीण आग बुझाने में जुटे हैं, लेकिन नजरें आसमान पर टिकी हुई हैं।

विभाग का दावा, पेड़ नहीं पौधे जले

जंगलों की आग से बड़ी संख्या में पेड़ों को भी क्षति पहुंच रही है, लेकिन इसे लेकर लीपापोती के प्रयास भी शुरू हो गए हैं। दावानल को लेकर वन विभाग की वेबसाइट में शुक्रवार को जानकारी दी गई कि आग से 3005 पेड़ों प्रभावित हुए हैं। शनिवार दोपहर तक यह आंकड़ा 6525 पहुंच गया था। इसे लेकर जब विभागीय अधिकारियों से पूछा गया तो उनका कहना था यह पेड़ नहीं, बल्कि 38.7 हेक्टेयर क्षेत्र में तबाह हुए प्लांटेशन के पौधे थे। ये एक से दो साल पुराने थे।

वन आरक्षी झुलसा

केदारनाथ वन प्रभाग के रामगंगा कंपार्टमेंट संख्या नौ में वन आरक्षी नरेंद्र सिंह आग बुझाते वक्त झुलस गया। इसके साथ ही आग बुझाने के दौरान घायल हुए लोगों की संख्या चार हो गई है। इससे पहले वन्यजीव संगठन क्षेत्र में दो और शिवालिक में एक कार्मिक घायल हुआ था।

यह झोंके गए संसाधन

6393 वन कर्मी व फायर वाचर

2034 स्थानीय लोग

19 पुलिस कर्मी

09 एसडीआरएफ के जवान

06 एनडीआरएफ के जवान

905 वाहन

10 पानी के टैंकर

जंगल की आग (शनिवार तक)

क्षेत्र------------------घटनाएं-------प्रभावित क्षेत्र---------क्षति

गढ़वाल;-------------770---------2113.25---------4056194

कुमाऊं---------------424---------875.63---------1778874.5

वन्यजीव संगठन----59---------125.636---------230183.5

शिवालिक------------241---------243.75---------395499.5

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