निचली अदालत का आदेश स्थगित, हड़ताल जारी
जागरण संवाददाता, देहरादून: करोड़ों की जमीन को लेकर नगर निगम और दूसरे पक्ष में चल रहे विवाद में निचली
जागरण संवाददाता, देहरादून: करोड़ों की जमीन को लेकर नगर निगम और दूसरे पक्ष में चल रहे विवाद में निचली अदालत के आदेश को जिला अदालत ने मंगलवार को स्थगित कर दिया। साथ ही नगर निगम की स्टे की अपील भी मंजूर कर ली। नगर निगम के लिए यह बड़ी राहत माना जा रहा है। अदालत के आदेश पर महापौर विनोद चमोली ने देर शाम आपात बैठक बुलाकर तत्काल अवैध कब्जा तोड़ने के आदेश भी दे दिए, पर निगम अधिकारियों ने तकनीकी अड़चन का हवाला देते हुए फिलहाल इस तरह की कार्रवाई से बचाव उपयुक्त समझा है। निगम अधिकारी कानूनी जानकारों संग मंथन कर रहे हैं कि आगे क्या कार्रवाई की जा सकती है। उधर, घटना के विरुद्ध नगर निगम कर्मचारी दूसरे दिन भी हड़ताल पर रहे। इससे निगम का कामकाज ठप रहा।
डालनवाला में थाने से सटी करीब चार बीघा जमीन को लेकर पिछले पांच दिन से नगर निगम और दूसरे पक्ष के बीच विवाद चल रहा है। शुक्रवार शाम दूसरे पक्ष द्वारा निचली अदालत के आदेश का हवाला देते हुए जमीन पर अपनी बाउंड्रीवॉल करा ली थी, लेकिन महापौर के आदेश पर निगम ने रातोंरात बाउंड्रीवॉल ढहा दी। अगले दिन मामला शांत रहा, लेकिन रविवार को दूसरे पक्ष ने फिर बाउंड्रीवॉल बना ली। जब नगर निगम की टीम वहां पहुंची तो विवाद बढ़ गया। महापौर धरने पर बैठ गए और नगर आयुक्त की पुलिस से झड़प हुई। सोमवार को नगर निगम ने अदालत जाने का निर्णय लिया। इसके तहत मंगलवार को अदालत में अपील की गई। अब निगम उस जमीन को अपने कब्जे में वापस लेने की तैयारी कर रहा। बताया जा रहा कि बुधवार को दीवार ढहाई जा सकती है।
दूसरे पक्ष के विरुद्ध मुकदमा दर्ज
आखिरकार दो दिन बाद नगर निगम की ओर से दूसरे पक्ष के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करा दिया गया। भूमि कर अधीक्षक विनय प्रताप सिंह की ओर से डालनवाला थाने में मो. तारिक अख्तर पक्ष के कुछ अज्ञात लोगों के विरुद्ध संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया। आरोप है कि रविवार को उक्त लोगों ने निगम की जमीन पर अवैध कब्जा किया। जब निगम टीम वहां पहुंची तो नगर आयुक्त व सहायक नगर आयुक्त समेत वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी और निगम कर्मचारियों के साथ मारपीट, गाली गलौच की गई और सरकारी काम में बाधा पहुंचाई गई। निगम की जेसीबी पर पथराव कर उसे तोड़ा गया और चालक विनय को घायल कर दिया गया।
बारिश में और बदहाल हुए हालात
निगम कर्मियों की हड़ताल से मंगलवार को सफाई व्यवस्था भी ठप रही। इस बीच बरसात होने से शहर के हालात और खराब हो गए। नालियां चोक हो गई और सफाई नहीं की जा सकी। कूड़ा बहकर सड़क पर आ गया और लोग गंदगी के बीच चलने पर मजबूर रहे। दुर्गध के चलते जनता का सड़क पर चलना मुश्किल रहा। बच्चों व बुजुर्गो समेत महिलाओं को काफी दिक्कतें उठानी पड़ीं।
आज खत्म हो सकती है हड़ताल
नगर निगम कर्मियों की हड़ताल बुधवार को खत्म हो सकती है। अदालत के निर्णय और आरोपियों के विरुद्ध एफआइआर दर्ज होने के बाद निगम कर्मियों का गुस्सा कुछ शांत हुआ है। नगर विकास कर्मचारी संघ के अध्यक्ष नाम बहादुर ने बताया कि इस मामले पर बुधवार को निगम में बैठक की जाएगी। उसके बाद हड़ताल समाप्त करने पर विचार किया जाएगा।
आयुक्त से बदसलूकी का वीडियो वॉयरल
रविवार को हंगामे के दौरान डालनवाला इंस्पेक्टर यशपाल आर्य का नगर आयुक्त से बदसलूकी करते हुए वीडियो वॉयरल हुआ है। इसमें दिखाई दे रहा कि इंस्पेक्टर एक आइएएस अधिकारी से किस लहजे में बात कर रहे हैं। वीडियो सीएम दरबार व शासन में भी भेजा गया है।
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नगर निगम की जमीन पर हुए कब्जे के मामले में प्रभारी जिला जज अजय चौधरी की अदालत में अपील की गई। अदालत ने अपील मंजूर कर सुनवाई की। अदालत को बताया गया कि निचली अदालत ने निगम पक्ष को सुने बिना एक पक्षीय फैसला दिया है। इतना ही नहीं, दूसरे पक्ष ने महापौर को पक्ष बनाया था जबकि निगम के अधिनियम के तहत नगर आयुक्त को पक्ष बनाया जाना चाहिए था। अदालत ने इन तर्को का संज्ञान लेकर निचली अदालत के आदेश को तब तक स्थगित कर दिया है, जब तक अपील पर सुनवाई चलती रहेगी। निगम की ओर से की गई स्टे की अपील भी सुनवाई के लिए मंजूर कर ली गई है। अगली सुनवाई आठ जनवरी को होगी।
टीएस बिंद्रा व गौरव शर्मा, नगर निगम पक्ष के अधिवक्ता