Convocation ceremony of IGNOU: इग्नू का 33वां दीक्षा समारोह, 1638 को मिली डिग्री
इग्नू के 33वें दीक्षा समारोह में देहरादून स्थित क्षेत्रीय केंद्र के 1638 छात्रों शिक्षाविद प्रोफेशनल और महिलाओं को स्नातक-स्नातकोत्तर की उपाधि प्रदान की गई।
देहरादून, जेएनएन। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) के 33वें दीक्षा समारोह में देहरादून स्थित क्षेत्रीय केंद्र के 1638 छात्रों, शिक्षाविद, प्रोफेशनल और महिलाओं को स्नातक-स्नातकोत्तर की उपाधि प्रदान की गई। देहरादून क्षेत्रीय केंद्र से पूर्व प्राथमिक शिक्षा में स्नातकोत्तर डिप्लोमा (पीजीडीपीपीईडी) करने वाली रानीखेत निवासी राशि दुबे को स्वर्ण पदक इग्नू मुख्यालय नई दिल्ली में मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने प्रदान की। देहरादून केंद्र में बतौर विशिष्ट श्री गुरूराम राय विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. यूएस रावत ने 80 शिक्षार्थियों को डिग्री प्रदान की।
सोमवार को रायपुर रोड स्थित खंड विकास कार्यालय सभागार में दीक्षा समारोह आयोजित किया गया। दीक्षा समारोह के स्वागत संबोधित में केंद्र की क्षेत्रीय निदेशक डॉ. आशा शर्मा ने वर्ष 2019 में इग्नू के क्षेत्रीय केंद्र की ओर से केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे अभियानों को सफलता पूर्वक संचालित किया, जिसमें स्वच्छ भारत अभियान, उन्नत भारत अभियान, एक छात्र एक वृक्ष अभियान पालीथिन मुक्त दून जैसे अभियान प्रमुख रहे।
बीते वर्ष में 11,327 छात्र-छात्राओं ने क्षेत्रीय केंद्र पर नामांकन किया है। जिसमें 55 फीसद पुरुष और 45 फीसदी महिलाएं शामिल हैं। उन्होंने यह भी बताया कि क्षेत्रीय केंद्र की ओर से पांच गांवों को गोद लिया गया है, जिसमें केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाएं इग्नू के 24 अध्ययन केंद्रों की ओर से संचालित की जा रही है। दीक्षा समारोह का संचालन राखी अग्रवाल ने किया, जबकि इग्नू के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. जगदम्बा प्रसाद ने सभी गणमान्य लोगों को आभार जताया।
दीक्षा समारोह में डीएवी पीजी कॉलेज अध्ययन केंद्र के समन्वयक डॉ. डीबी चौरसिया, सह समन्वयक डॉ. रवि दीक्षित, अकादमिक सलाहकार डॉ. दलजीत कौर, डॉ.अराधना, जोगेंद्र रावत के अलावा इग्नू केंद्र से राकेश चंद नवानी, आशुतोष रावत, रविंद्र चौहान, निशांत शर्मा आदि मौजूद रहे।
बेरोजगारी और गरीबी पर चिंतन: कुलपति
श्री गुरूराम राय विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. यूएस रावत ने डिग्री ग्रहण करने वालों को संबोधित करते हुए कहा कि यह सच है कि देश में उच्च शिक्षा का तेजी से विकास हुआ है,लेकिन हमें साथ ही बेरोजगारी और गरीबी की समस्याओं पर गहच चिंतन की जरूरत है। जो हमारे समाज को प्रभावित कर रही है। पिछले दो दशकों में हमने देश में उदारीकरण का दौर देखा जिसका असर उच्च शिक्षा पर भी पड़ा। जिसका तात्कालीन परिणाम है कि आज देश में नौ सौ विश्वविद्याय और 39 हजार से अधिक डिग्री कॉलेज हैं।
देश में इंजीनियरिंग और तकनीकी कॉलेज इस अवधि में तीन गुणा बढ़ गए हैं। फिर भी नौकरी के क्षेत्र में कुशल और प्रशिक्षित कर्मचारियों की कमी बनी हुई है। यह तथ्य हमारे पढ़े लिखे नौजवानों की रोजगार क्षमता में सुधार की आवश्यकता की ओर इशारा करते हैं। शिक्षित युवाओं में ज्ञान और कौशल का विकास होना चाहिए, जिनको शिक्षा के साथ-साथ व्यवहारिक ज्ञान भी मिलेगा उन्हें उद्योगों व रोजगार के अन्य क्षेत्रों में जाने में सक्षम बनाएगा। इग्नू देश में उच्च शिक्षा के नये प्रतिमान स्थापित कर रहा है जिसके लिए कनाडा की ओर से इग्नू को उत्कृष्टता पुरस्कार से नवाजा है।
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दिल्ली और दून केंद्र में एक समय समारोह
इग्नू निदेशालय दिल्ली में विवि का 33वें दीक्षा समारोह में मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ.रमेश पोखरियाल निशंक व विशिष्ट अतिथि प्रो. नागेश्वर राव ने वर्ष 2019 की उपाधि प्रदान की। दिल्ली दीक्षा समारोह का दून क्षेत्रीय केंद्र दीक्षा समारोह स्थल पर लाइव प्रसारण देखा गया।
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उपाधि से सम्मानित
- स्नातक में 680
- स्नातकोत्तर में 550
- पीजी डिप्लोमा 333
- डिप्लोमा 75