चार धाम यात्रा में संयुक्त रोटेशन की 1584 बसें लगी
चार दशक से चार धाम यात्रा का संचालन कर रही नौ प्रमुख परिवहन कंपनियों की सांझी संस्था सयुंक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति ने यात्रा के लिए 1584 बसों का बेड़ा लगाया है।
ऋषिकेश, [जेएनएन]: चार दशक से चार धाम यात्रा का संचालन कर रही नौ प्रमुख परिवहन कंपनियों की सांझी संस्था सयुंक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति ने यात्रा के लिए 1584 बसों का बेड़ा लगाया है। लोकल रूट पर 40 और यात्रा रूट पर 60 प्रतिशत बसें आरक्षित की गई है।
संयुक्त रोटेशन कार्यालय में यात्रा के लिए सभी परिवहन कंपनियों के संचालकों की मौजूदगी में बसों की लॉटरी प्रक्रिया के लिए बैठक आयोजित की गई। विधिवत पूजा-अर्चना के पश्चात सयुंक्त रोटेशन के अध्यक्ष जीत सिंह पटवाल में यात्रा पर जाने वाली पहली बस की पर्ची निकाली। रोटेशन अध्यक्ष ने बताया कि 1584 बसें चार धाम यात्रा में उपलब्ध कराई गई है।
लोकल रूट के यात्रियों को परेशानी ना आए इसके लिए 40 प्रतिशत बसें लोकल रूट के लिए आरक्षित की गई है। 60 प्रतिशत बसें यात्रा मार्ग पर चलेंगी। इस अवसर पर संयुक्त रोटेशन के पूर्व अध्यक्ष सुधीर राय, कुंवर सिंह रावत, टीजीएमओ के अध्यक्ष प्रीतम सिंह नेगी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष शूरवीर सिंह रावत, उपाध्यक्ष मनोज ध्यानी, सुरेंद्र सिंह नेगी, भूपाल सिंह, बृज भानु प्रकाश गिरी, मदनमोहन कोठारी, विनोद प्रसाद भट्ट आदि मौजूद थे।
चमोली के योगेश की बस सबसे पहले जाएगी
सयुंक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति के द्वारा इस वर्ष चार धाम यात्रा के बेड़े में शामिल बसों की लॉटरी निकाली गई। रूपकुंड कंपनी के बस मालिक चमोली निवासी योगेश वर्मा वह सौभाग्यशाली मोटर मालिक हैं, जिनकी बस सबसे पहले चार धाम यात्रा पर जाएगी।
यह बसें हैं यात्रा के लिए उपलब्ध
बसें------------------------------- संख्या
थ्री बाई टू -------------------------429
पुश बैक (27 सीटर)--------------561
पुश बैक सामान्य (28 सीटर)---320
32 व 35 सीटर-------------------117
24 सीटर---------------------------100
23 व 18 सीटर--------------------40
20 सीटर-----------------------------17
कुल बसें 1584
व्यवस्था पर भड़के दून वैली के संचालक
चार धाम यात्रा के लिए जब बसों की लॉटरी डाली जा रही थी, तो मंच पर दून वैली कंपनी के संचालक कृष्णा पंत भी बैठे थे। लॉटरी प्रक्रिया शुरू हो जाने के बाद कृष्णा बंद अपनी कंपनी की बसों को लेकर व्यवस्था पर भड़क गए। दून वैली कंपनी की कुछ बसें जिन्हें बाद में यात्रा परमिट मिलता है, उनकी व्यवस्था को लेकर यह नाराजगी थी। उनका कहना था कि लॉटरी में नंबर आने के बाद इन बसों का वरिष्ठता क्रम बना रहना चाहिए। मगर, ऐसा नहीं होता है। बाद में रोटेशन संचालकों द्वारा समझाने के बाद वह मान गए।
इन नौ कंपनियों से बनता है रोटेशन
जीएमओयू, टीजीएमओयू, यातायात परिवहन सहकारी संघ, गढ़वाल मंडल कांटेक्ट कैरिज, रूपकुंड, सीमांत सहकारी संघ, दून वैली, बहुउद्देशीय सहकारी समिति और रामनगर यूजर्स।
यह भी पढ़ें: अब उत्तराखंड में विदेशी पर्यटकों को मिलेगी 40 फीसद छूट, जानिए
यह भी पढ़ें: 180 साधु-संन्यासी पैदल ही चारधाम यात्रा पर रवाना