सीएम आवास कूच कर रहे 130 आंदोलनकारी गिरफ्तार
गांधी पार्क से मुख्यमंत्री आवास कूच कर रहे राज्य आंदोलनकारियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार 130 आंदोलनकारियों को पुलिस ने सुद्दोवाला जेल भेज दिया है।
देहरादून, [जेएनएन]: गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने समेत 14 सूत्री मांगों को लेकर मुख्यमंत्री आवास कूच कर रहे 130 आंदोलनकारियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान पुलिस और आंदोलनकारियों के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई। करीब चार घंटे तक सुद्धोवाला जेल में रखने के बाद सिटी मजिस्ट्रेट ने निजी मुचलके पर सभी को रिहा कर दिया। इधर, रिहा होने के बाद आंदोलनकारियों ने सरकार के प्रति आक्रोश व्यक्त किया।
गांधी जयंती पर मंगलवार को गांधी पार्क में चिह्नित राज्य आंदोलनकारी समिति धरना-प्रदर्शन कर रही थी। इस दौरान मुख्यमंत्री को समिति ने 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण, स्थायी राजधानी गैरसैंण समेत अन्य मांगों के निराकरण को लेकर ज्ञापन सौंपा। मगर समिति के लोगों की मुख्यमंत्री से बात न होने पर उन्होंने नारेबाजी की।
हालांकि, पुलिस ने मामला संभालते हुए आंदोलनकारियोंको पार्क में रोक दिया। इसके बाद प्रदेश भर से आए आंदोलनकारियों ने गांधी पार्क के बाहर सत्याग्रह शुरू कर दिया। इस बीच अचानक आंदोलनकारियों ने मुख्यमंत्री आवास कूच करने की तैयारी कर दी। इसके लिए जैसे ही आंदोलनकारी रवाना हुए पुलिस ने रास्ते में रोक दिया।
इस दौरान आंदोलनकारियों की पुलिस से झड़प हुई। बाद में पुलिस ने तीन बसों में 130 आंदोलनकारियों को गिरफ्तार कर सुद्धोवाला जेल भेज दिया। वहां भी आंदोलनकारियों ने जमकर नारेबाजी की। इस बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, समिति के संरक्षक धीरेंद्र प्रताप भी सुद्धोवाला जेल पहुंच गए। प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने गिरफ्तारी का विरोध करते हुए सरकार से आंदोलनकारियों को रिहा कराने की मांग की।
इस पर दोपहर बाद सिटी मजिस्ट्रेट मनुज गोयल ने निजी मुचलके पर सभी आंदोलनकारियोंको छोड़ दिया। इस मौके पर सावित्री नेगी, भगवान जोशी, जेपी पांडे, पृथ्वीराज कपूर, बालगोविंद डोभाल, गणेश रमोला, जयवीर रावत, राजेंद्र सिंह रावत, आदि मौजूद रहे।
बताई घर की परेशानी
सीओ सिटी चंद्रमोहन सिंह ने बताया कि जेल पहुंचते ही आंदोलनकारी छोड़ने का अनुरोध करने लगे। इस दौरान कोई घर की परेशानी तो कोई जरूरी काम की बात कहने लगे।
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