उत्तराखंड बोर्ड: 10वीं की टॉपर अनंता ने तोड़ा निजी स्कूलों का मिथक
10वीं बोर्ड परीक्षा में 99 फीसद अंक प्राप्त कर प्रदेश में टॉप करने वाली अनन्ता सकलानी आइएएस अधिकारी बनना चाहती है।
देहरादून, जेएनएन। आजकल अभिभावकों में बच्चों को नामी प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाने की होड़ सी मची हुई है, लेकिन उत्तराखंड बोर्ड की टॉपर अनंता सकलानी के माता-पिता की सोच बाकियों से इतर है। खुद सरकारी शिक्षक अनंता के माता-पिता ने अपनी बेटी को अंग्रेजी मीडियम से पढ़ाने की बजाए सरस्वती विद्या मंदिर में पढ़ाकर समाज को आइना दिखाया। जबकि, अनंता ने भी माता-पिता के निर्णय को सही साबित करते हुए हाईस्कूल टॉप कर मिसाल कायम की।
उत्तराखंड बोर्ड में 10वीं की टॉपर अनंता सकलानी ने आठवीं तक की पढ़ाई दून इंटरनेशनल स्कूल से की। अनंता के पिता प्रशांत सकलानी एवं माता सुनीता सकलानी ने कहा कि उन्होंने अपनी बेटी को कुछ पारिवारिक परिस्थितियों एवं परिवार के विद्या भारती की विचारधारा से प्रभावित होने के कारण नौवीं में सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज नथुआवाला में दाखिल दिलाया। उन्होंने इसके पीछे की खास वजह भी बताई। कहा कि विद्या भारती से संबद्ध स्कूलों में शिक्षा के साथ-साथ संस्कार, संस्कृति एवं अनुशासन पर विशेष जोर दिया जाता है। आज के दौर के लिए यह बेहद जरूरी है।
अनंता के पिता प्रशांत सकलानी रायपुर ब्लॉक के सिल्ला जूनियर हाईस्कूल में शिक्षक हैं, जबकि माता राजपुर ब्लॉक में ही भोपालपानी स्थित प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक हैं। आर्थिक रूप से सक्षम अनंता के परिजन चाहते तो अपनी बेटी को शहर के किसी बड़े अंग्रेजी मीडियम स्कूल में भी पढ़ा सकते थे। लेकिन, परिवार ने शिक्षा के साथ-साथ संस्कार एवं संस्कृति को तरजीह दी। प्रशांत सकलानी ने कहा कि उनकी बेटी ने दून इंटरनेशनल स्कूल छोड़कर विद्या भारती की स्कूल में दाखिले के निर्णय को सहर्ष स्वीकार किया और उत्तराखंड बोर्ड टॉप कर परिवार के निर्णय को सही भी ठहराया। विद्यालय के प्रधानाचार्य वेद प्रकाश शर्मा ने अनंता की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त कर बधाई दी।
आइएएस बन सिस्टम को सुधारना चाहती हैं अनंता
उत्तराखंड बोर्ड 10वीं की टॉपर अनंता सकलानी का सपना आइएएस बनकर देश सेवा करना है। अनंता सकलानी ने 'दैनिक जागरण' से बातचीत में अपनी सफलता के राज खोले। कहा कि वह पांच से छह घंटे ही पढ़ाई करती हैं। सभी विषयों के रिविजन से परीक्षा की तैयारी करने में बड़ी मदद मिलती है। अनंता सकलानी की पढ़ाई के साथ-साथ पर्यावरण व धार्मिक विषयों की किताबें पढऩे में भी विशेष रुचि है। अनंता ने अंग्रेजी एवं गणित विषय में 100-100 अंक प्राप्त किए, विज्ञान एवं सामाजिक विज्ञान में 99-99 अंक, जबकि ङ्क्षहदी में 97 अंक प्राप्त किया। कुल 500 में से 495 अंक (99.0 फीसद) प्राप्त किया।
नृत्य एवं पेंटिंग में भी विशेष रुचि
अनंता सकलानी पढ़ाई के साथ-साथ डांस एवं पेंटिंग में विशेष रुचि रखती हैं। अनंता कहती हैं कि वह खाली समय में पेंटिंग करती हैं। विभिन्न आकर्षक प्राकृतिक सौंदर्य से लेकर फूल एवं फल के अलावा नदी एवं हिमालय का प्राकृतिक सौंदर्य केनवस पर उकेरना उन्हें बेहद भाता है। इसके अलावा विद्यालय में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम में भी बढ़चढ़ कर हिस्सा लेती हैं। पहाड़ी लोकगीत से लेकर हिंदी फिल्मों के गीत भी उन्हें पसंद हैं।
अन्य छात्रों को यह दिया संदेश
जिस भी स्कूल से पढ़ाई करें, पहले तो स्कूल अनुशासन का पालन किया जाए। शत-फीसद उपस्थिति की कोशिश करें। क्लास रूम में जो भी विषय पढ़ाया जाए उसको पूरे ध्यान से पढऩा और शिक्षकों की बात को समझना। विद्यालय में पढ़ाए गए सिलेबस को शाम को दोबारा खुद रीविजन जैसे कुछ महत्वपूर्ण बिंदु सफलता में सहायक सिद्ध होते हैं।
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