रामेश्वर में अंतिम संस्कार के लिए नहीं मिल रही है लकड़ियां
रामेश्वर घाट के टाल में लकड़िया न होने से शवों के अंतिम संस्कार करने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
संवाद सहयोगी, लोहाघाट : रामेश्वर घाट के टाल में लकड़िया न होने से शवों के अंतिम संस्कार करने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहा प्रतिदिन चम्पावत और पिथौरागढ़ जिलों से कई शव अंतिम संस्कार के लिए आ रहे हैं, लेकिन लकड़ी न मिलने से लोगों को मजबूरन बौतड़ी गाव से महंगी लकड़ी खरीदनी पड़ रही है। यहा का टाल पिथौरागढ़ वन निगम द्वारा संचालित किया जाता है। बताया जा रहा है कि एक पखवाडे़ से टाल में लकड़िया नहीं आई हैं। इस बीच अंतिम संस्कार के लिए जाने वाले लोग स्थानीय गाव से महंगे दामों में लकड़ियां खरीदकर अपने मृतक परिजनों का अंतिम संस्कार कर रहे हैं।
शुक्रवार को ग्राम सभा सुई पऊ के छमनिया तोक निवासी ईश्वरी दत्त पंत के शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया तो परिजनों को टाल में लकड़ी नहीं मिल पाई। पिथौरागढ़ और चम्पावत जिले के अन्य हिस्सों से आए शवों का अंतिम संस्कार भी गाव से लकड़िया खरीदकर किया गया। कुछ लोगों ने तो मजबूरी में घाट पर अंतिम संस्कार के बाद बिखरी लकड़ियों से शवों का अंतिम संस्कार किया। लोगों ने रामेश्वर शमशान घाट स्थित होटल मालिकों से सात आठ रुपये क्विंटल लकड़ी खरीदकर अंतिम संस्कार किया। कहा जा रहा है कि ठेकेदार ने दीपावली के पूर्व से ही टाल में लकड़ियों की आपूर्ति नहीं की थी। पिथौरागढ़ बाजार से लक्ष्मी दत्त कापड़ी का शव लेकर पहुंचे लोगों ने बताया वह पिथौरागढ़ से लकड़ी लेकर आए थे यहा के भरोसे रहते तो दिक्कत होती। इधर समस्या को लेकर डीएलएम से संपर्क किया तो संपर्क नही हो पाया। टाल के इंचार्ज गोपाल राम ने बताया कई बार ठेकेदारों को लकड़ी के लिए कहने के बाद भी लकड़ी नहीं आ रही है जिससे परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीण हरीश चंद्र, चंद्रशेखर ललित मोहन, गोपाल सिंह, प्रकाश चंद्र, केएन पंत, तारा दत्त्त, सतीश जोशी, चूड़ामणि जोशी, गोविंद बल्लभ,मोहन चंद्र, दिनेश चंद्र ने वन विभाग से शीघ्र टाल में लकड़ी उपलब्ध करवाने की माग की ऐसा ना होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।