लोहाघाट में प्राकृतिक जल स्त्रोत पर लाइन लगाने को मजबूर ग्रामीण
लोहाघाट में पेयजल संकट किस कदर गहराता जा रहा है इसका अंदाजा जल स्रोतों पर लगने वाली भीड को देखकर लगाया जा सकता है।
संस, लोहाघाट : पेयजल संकट किस कदर गहराता जा रहा है इसका अंदाजा जल स्रोतों पर लगने वाली भीड़ को देखकर लगाया जा सकता है। चादमारी क्षेत्र में पेयजल व्यवस्था बुरी तरह से लड़खड़ा गई है। लोग चादमारी पर्यटक आवास गृह के समीप सड़क किनारे लगे सोलर हैंडपंप से पानी भर रहे हैं। पानी की किल्लत से परेशान ग्रामीणों ने पेयजल व्यवस्था दुरुस्त करने की माग उठाई है। आसपास के लोग सोलर हैंडपंप से दिन भर पानी ढो रहे हैं। पूजा पाठ व अन्य शुभ कार्यक्त्रमों के दौरान पानी खरीदना पड़ रहा है। इधर नगर में तीसरे चौथे दिन पेयजलापूर्ति कि जा रही है जिसके लोगों को जल स्त्रोतों पानी लाकर दिनचर्या चलानी पड़ रहीं हैं। नगर के हनुमान मंदिर स्थित रुकमणी नौला लोगों की प्यास बुझाने में सहायक सिद्ध हो रहा है। इधर नगर पंचायत अध्यक्ष गोविंद वर्मा ने कहा कि लगातार पेयजल स्त्रोत सूख रहे हैं। सरयू लिफ्ट पेयजल का निर्माण होने से क्षेत्र में पेयजल से निजात मिल सकती है। जल संस्थान के अवर अभियंता पवन बिष्ट ने कहा कि लगातार पेयजल स्त्रोत सूखने लगे है। उपलब्धता के आधार पर पेयजलापूर्ति की जा रही है।
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वर्षा जल प्रबंधन को लेकर डीएम को सौंपा ज्ञापन
जासं, चम्पावत : विगत लंबे समय से बारिश न होने से जनपद में जहां फसलें सूख रही है। किसान परेशान हो रहे हैं। वहीं, आग की घटनाएं भी लगातार बढ़ रही है। इसको देखते हुए शील ग्रामीण बेरोजगार कल्याण संस्था सामने आ रही है। उन्होंने मंगलवार को डीएम को ज्ञापन सौंप कर प्रशासन को इनके कार्य में सहयोग करने की बात कही। संस्था अध्यक्ष अनिल जोशी ने कहा कि संस्था द्वारा जनपद के सभी ब्लॉकों में जल संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण, जंगलों को आग से बचाने, पानी को संरक्षित करने वालों पौधों का रोपण व संरक्षण को लेकर लगातार लोगों को जागरूक कर रही है। इसको लेकर वह लोगों को जल शपथ दिला रहे हैं। उन्होंने प्रशासन से जंगलों में लगने वाले आग को बुझाने, जल संरक्षण, वन्य जीवन जंतुओं का संरक्षण, जंगलों को हरा भरा रखने के लिए लोगों को जागरूक करने में संस्था द्वारा हर संभव मदद का आश्वासन दिया।