दिल्ली से आई युवतियों के घर में रहने से ग्रामीणों ने किया हंगामा
चम्पावत के टनकपुर में दिल्ली से लौटी दो युवतियों के घर पर ही रहने से आक्रोशित ग्रामीणों ने हंगामा किया।
टनकपुर, जेएनएन : लॉकडाउन में देश के विभिन्न प्रातों से प्रवासियों के आने का सिलसिला जारी है। सोमवार को बोरागोठ में दिल्ली रेड जोन से आई दो युवतियों के घर में रहने पर ग्रामीण आक्रोशित हो उठे। ग्रामीणों ने हंगामा काटना शुरू कर दिया। बाद में प्रधान ने दोनों युवतियों को विद्यालय में क्वारंटाइन किया।
उत्तराखंड के प्रवासियों का अपने घर लौटने का सिलसिला जारी है। जिला मुख्यालय व तहसील में पहुंचने पर प्रशासन द्वारा प्रवासियों को संस्थागत या होम क्वारंटाइन किया जाता है। सोमवार को बोरागोठ गांव में दो युवतियां रेड जोन दिल्ली से वाहन बुक कराकर गांव पहुंची और घर पर रहने लगी। इसकी भनक ग्रामीणों को लगी तो ग्रामीणों ने बवाल काटना शुरू कर दिया। बवाल की सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। बहुत देर तक बवाल होते रहा। इन युवतियों के पास न तो होम क्वारंटाइन रहने कि परमिशन थी और न ही संस्थागत की। जबकि बनबसा बॉर्डर पर प्रत्येक प्रवासी की थर्मल स्कैनिंग की जा रही रही है। इसके बावजूद भी बगैर किसी नोटिस के नगर में प्रवेश कर जाना प्रशासन की घोर लापरवाही को दर्शाता है। बहरहाल, ग्रामीणों के विरोध के बाद प्रधान और अन्य गामीणों के सहयोग से युवतियों को प्राथमिक पाठशाला नायकगोठ में संस्थागत क्वारंटाइन किया गया है। प्रधान भवानी देवी ने बताया कि पहले प्रधान को बताना चाहिए। फिलहाल इनको सात दिन संस्थागत क्वारंटाइन उसके बाद 14 दिन होम क्वारंटाइन रहना पड़ेगा।