Move to Jagran APP

ब्यानधुरा धाम में भंडारे के साथ उत्तरायणी मेले का समापन, धाम में 12 हजार लोगों ने नवाए शीश

उत्तरायणी पर गुरुवार को ब्यानधुरा ऐड़ी देवता मंदिर में हजारों श्रद्धालुओं ने दर्शन कर शीश नवाया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 14 Jan 2021 11:46 PM (IST)Updated: Thu, 14 Jan 2021 11:46 PM (IST)
ब्यानधुरा धाम में भंडारे के साथ उत्तरायणी मेले का समापन, धाम में 12 हजार लोगों ने नवाए शीश
ब्यानधुरा धाम में भंडारे के साथ उत्तरायणी मेले का समापन, धाम में 12 हजार लोगों ने नवाए शीश

संवाद सहयोगी, चम्पावत : उत्तरायणी पर गुरुवार को ब्यानधुरा ऐड़ी देवता मंदिर में हजारों श्रद्धालुओं ने दर्शन कर शीश नवाया। एक दिन पूर्व हुए रात्रि जागरण में चम्पावत जिले समेत खटीमा आदि स्थानों से भी हजारों लोग पहुंचे। मंदिर समिति की ओर से श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पथ प्रकार और भोजन आदि की व्यवस्था की गई थी। इधर जिला मुख्यालय के सभी मंदिरों में श्रद्धालुओं ने नदियों में स्नान के बाद पूजा-अर्चना की।

loksabha election banner

13 जनवरी से शुरू हुए मेले के अंतिम दिन उत्तरायणी के मौके पर ऐड़ी मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना की गई। मंदिर समिति के अध्यक्ष शकर दत्त जोशी ने बताया कि नवरात्र और नव वर्ष की तुलना में मेले में भारी संख्या में श्रद्धालु ब्यानधुरा पहुंचे। उन्होंने बताया कि उत्तरायणी मेला क्षेत्र का सबसे बड़ा मेला है। सेनापानी और कठौल दोनों ही मार्गो से दर्शनार्थी यहां पहुंचे। जंगल के मार्ग पर कई जगहों पर श्रद्धालुओं ने अपनी ओर से भंडारे की व्यवस्था की। सुबह नदियों में पवित्र स्नान के बाद जिला मुख्यालय के बालेश्वर, डिप्टेश्वर, मानेश्वर, क्रांतेश्वर, हिगला देवी, गोलज्यू आदि मंदिरों में पूजा-अर्चना शुरू हो गई। हिगला देवी मंदिर के साथ अन्य मंदिरों में भी माघ मास की खिचड़ी का प्रसाद बांटा गया। ======== घाटों पर लगाई डुबकी

संवाद सहयोगी, लोहाघाट : मकर संक्रांति का पर्व नगर और ग्रामीण इलाकों में धूमधाम के साथ मनाया गया। देव डांगरों और श्रद्धालुओं ने नदियों में स्नान कर पूजा-अर्चना की। श्रद्धालुओं ने रामेश्वर घाट पर सरयू व रामगंगा के तट पर डुबकी लगाई। पंचेश्वर घाट पर भी पर्व स्नान के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। नगर के ऋषेश्वर मंदिर में भी स्नान के बाद पूजा-अर्चना हुई। बाराकोट एवं पाटी क्षेत्रों के मंदिरों में भी पूजा अर्चना हुई। पंचेश्वर व रामेश्वर घाट पर विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों से पहुंचे आठ लोगों के जनेऊ संस्कार भी संपन्न किए गए। पंडित हरीश चंद्र जोशी ने बताया कि मकर संक्राति पर्व से जनेऊ संस्कार शुरू हो जाते हैं। ====== कौओं को बुलाकर खिलाए पकवान

जेएनएन, चम्पावत/लोहाघाट : मकर संक्रांति के पर्व पर घुघुतिया त्योहार भी मनाया गया। लोगों ने घरों में घुघतिया तैयार किए और सुबह के समय छतों में जाकर कौओं को घुघुतिया तथा अन्य पकवान खिलाए। बच्चों में कौओें को बुलाने की होड़ लगी रही। काले कौआ आजा, घुघुतिया खा जा.. के बोल घरों में गूंजते रहे। जिला मुख्यालय समेत पूरे जिले में घुघतिया त्योहार मनाया गया। मैदानी क्षेत्र टनकपुर और बनबसा में भी कौओं को पकवान खिलाए गए। बनबसा में विभिन्न संगठनों द्वारा खिचड़ी भोग कार्यक्रम आयोजित किया गया। ======== पंचेश्वर में दो दिवसीय उत्तरायणी मेला संपन्न संवाद सहयोगी, लोहाघाट : मकर संक्रांति के अवसर पर नेपाल सीमा से लगे पंचेश्वर घाट पर लगा दो दिवसीय उत्तरायणी मेला संपन्न हो गया है। गुरुवार की तड़के सरयू व काली के पवित्र संगम पर पर्व स्नान करने के बाद लोगों ने शिव मंदिर में पूजा-अर्चना कर मन्नतें मांगी। चौखाम बाबा मंदिर में पिथौरागढ़, थल केदार, लोहाघाट से पहुंची भजन मंडली ने कीर्तन किए। चौखाम बाबा मंदिर में देव डांगरों ने अवतरित होकर भक्तों को आशीर्वाद दिया। पाटी ब्लाक के सिरतोली संस्कृत वेद विद्यालय से राम गिरी महाराज के नेतृत्व में पहुंचे 15 वेद पाठी बच्चों ने मूल पाठ कर गंगा आरती की। सुरक्षा को लेकर एसएसबी तथा पुलिस के जवान तैनात किए गए थे। चौखाम बाबा मंदिर में हरिदत्त सुतेड़ी, महेश सुतेड़ी, मदन कलौनी, चंद्र शेखर कलौनी ने पूजा अर्चना संपन्न कराई। समिति के अध्यक्ष शमशेर सिंह महर ने सभी सहयोगियों का आभार जताया। इस दौरान युगल किशोर धौनी, आनदेव पंत, महेंद्र सिंह, डुंगर सिंह प्रथोली, कुंदन सिंह, शंकर पांडेय, शिवराज सिंह, मोहन सिंह, प्रकाश सिंह, देव सिंह, नरेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.