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उप्र ने दिखाई सहनशीलता, उत्तराखंड को दिया एक और मौका

जागरण संवाददाता चम्पावत विद्युत कनेक्शन काटने से परेशान उप्र सिंचाई विभाग ने उत्तराखंड पर रहम

By JagranEdited By: Published: Fri, 29 Mar 2019 10:56 PM (IST)Updated: Fri, 29 Mar 2019 10:56 PM (IST)
उप्र ने दिखाई सहनशीलता, उत्तराखंड को दिया एक और मौका
उप्र ने दिखाई सहनशीलता, उत्तराखंड को दिया एक और मौका

जागरण संवाददाता, चम्पावत : विद्युत कनेक्शन काटने से परेशान उप्र सिंचाई विभाग ने उत्तराखंड पर रहमत दिखाते हुए पानी सप्लाई बंद नहीं किया। बल्कि उत्तराखंड यूपीसीएल को लाइट जोड़ने एक और मौका दिया है। यूपी सिंचाई विभाग द्वारा चेतावनी देने के बाद दोनों ही प्रदेशों के उच्चाधिकारियों के बीच वार्ता चलती रहती रही। जिसके बाद दो अप्रैल को बनबसा में समस्या के समाधान के लिए बैठक आहूत की गई है।

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गौरतलब है कि उत्तराखंड यूपीसीएल व यूपी सिंचाई विभाग के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा है। शारदा बैराज व कॉलोनी का विद्युत बिल भुगतान न किए जाने पर उत्तराखंड यूपीसीएल ने विद्युत काट दी। यूपी सिंचाई विभाग पर करीब साढ़े 13 करोड़ का बकाया है। जिस कारण बीती 29 दिसंबर 2018 से शारदा बैराज व छह दिन से शारदा कॉलोनी व कैनाल मेला क्षेत्र में अंधेरा पसरा हुआ है। जिससे लोगों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। वहीं यूपी सिंचाई विभाग द्वारा बार-बार कहने के बाद भी यूपीसीएल ने कनेक्शन नहीं जोड़ा। जिसके बाद यूपी सिंचाई विभाग ने 29 मार्च से लोहियाहेड पावर हाउस को दिए जाने वाले शारदा नहर से पानी को बंद करने की चेतावनी दी थी। जिसके बाद से दोनों ही प्रदेशों के अधिकारियों में खलबली मच गई। सिंचाई विभाग को आज पानी बंद करना था मगर उच्चस्तर में चली वार्ता के बाद यूपी ने एक बार फिर उत्तराखंड पर रहमत बरती है। यूपी ने यूपीसीएल को लाइट जोड़ने का एक और मौका दिया है। बरेली यूपी सिंचाई विभाग के एक्सईएन प्रमोद कुमार ने बताया कि यूपीसीएल को अपना बकाया तो दिख रहा है मगर हमारे पानी के लिए बकाया 64 करोड़ के बिल भुगतान पर उसका ध्यान नहीं दिया है। बहरहाल उच्चस्तरीय अधिकारियों के वार्ता के बाद पानी बंद करने का निर्णय अभी रोक दिया गया है। दिन भर अधिकारियों के बीच वार्ता चलती रही। आगामी दो अप्रैल को बनबसा एनएचपीसी में दोनों प्रदेशों के अधिकारियों के बीच इस संबंध में वार्ता रखी गई है। जिसके बाद ही निर्णय लिया जाएगा। परिसंपत्तियों का बंटवारा न होने से हो रही दिक्कत

दोनों प्रदेशों में विद्युत व पानी को लेकर चल रहे विवाद का प्रमुख कारण यह है कि आज तक दोनों प्रदेशों के बीच परिसंपत्तियों को बंटवारा नहीं हो पाया है। जिस कारण यूपीसीएल लगातार यूपी सिंचाई विभाग पर विद्युत बकाए की बात करता है तो यूपी सिंचाई विभाग पानी के बकाए की बात कहता है। श्रद्धालु हो रहे परेशान

दोनों प्रदेशों के बीच चल रहे विवाद का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। लाइट न होने से कैनाल मेला क्षेत्र में अंधेरा पसरा हुआ है। जिससे श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर सवाल तो खड़े हो ही रहे हैं साथ ही मेला क्षेत्र में गंदगी व पानी की समस्या से भी श्रद्धालुओं को दो चार होना पड़ रहा है। ट्रिपल इंजन की भाजपा सरकार, फिर भी नहीं समाधान

केंद्र के साथ-साथा उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार है। उत्तर प्रदेश से उत्तराखंड को अलग हुए 19 वर्ष बीतने वाले हैं। परिसंपत्तियों के बंटवारे को लेकर कई बार वार्ता भी हो चुकी है मगर इसका कोई हल नहीं निकल सका। ट्रिपल इंजन की भाजपा सरकार से उम्मीद थी कि इस बार समाधान हो जाएगा मगर इसमें भी कोई बेहतर पहल होती नहीं दिख रही है। जिसका खामियाजा आम जन को भुगतना पड़ रहा है।

======== बैठक के बाद ही होगा निर्णय

समस्या के समाधान के लिए दो अप्रैल को लोहियाहेड, यूपीसीएल व यूपी सिंचाई विभाग के अधिकारियों को बुलाया गया है। बैठक में ही समस्या का हल निकाला जाएगा।

- दयानंद सरस्वती, एसडीएम, टनकपुर


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