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ग्रामीण इलाकों में अभी भी दुश्वारियां बरकरार

बाराकोट विकास खंड के विभिन्न गावों को जोड़ने वाली सड़क आपदा के चलते छह दिन बाद भी नहीं खेली जा सकी है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 24 Oct 2021 10:42 PM (IST)Updated: Sun, 24 Oct 2021 10:42 PM (IST)
ग्रामीण इलाकों में अभी भी दुश्वारियां बरकरार
ग्रामीण इलाकों में अभी भी दुश्वारियां बरकरार

संवाद सहयोगी, लोहाघाट : बाराकोट विकास खंड के विभिन्न गावों को जोड़ने वाली सड़क आपदा के चलते छह दिन बाद भी नहीं खोली जा सकी है। सड़क बंद होने से क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्रों का जिला मुख्यालय से संपर्क कटा हुआ है। विभागीय स्तर पर सड़क खोलने को लेकर कोई प्रयास नहीं किए जाने से गुस्साए ग्रामीणों ने रविवार को आक्रोश प्रकट किया।

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पिछले सोमवार हुई भारी बारिश के चलते बर्दाखान मोटर मार्ग पर नर्रा के पास सड़क धंस जाने से आवाजाही बंद हो गई थी। इससे टांणी बैंड, भनखोल, नदेड़ा, पठल्ती, रैघाड़ी, बैडा बैडवाल, रैघांव, सिमलखेत, चमनपुर, सिल्टन, छुलापै, डुंगरलेख, बुरौला, सालीखेत सहित कई गावों का संपर्क अभी भी कटा हुआ है। ग्रामीणों को राशन, गैस सिलिंडर आदि रोजमर्रा की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोनिवि की उदासीनता से नाराज ग्रामीणों ने रविवार को प्रदर्शन किया। ग्रामीण प्रकाश सिंह, भवान राम, दीपक चंद्र, नवीन चंद्र आदि ने कहा कि शीघ्र मार्ग नहीं खोला गया तो क्षेत्र की जनता उग्र आदोलन करने को बाध्य होगी। लोहाघाट से पैदल पहुंचे रैघांव निवासी राम सिंह, कमला देवी ने बताया कि काकड़ के नर्रा नामक स्थान पर और बैडा बैडवाल के समीप भी सड़क क्षतिग्रस्त हुई है। बर्दाखान निवासी पार्वती देवी, सीमा देवी, हीरा देवी, निशा आदि ने बताया कि 18 अक्टूबर से क्षेत्र में बिजली पानी की सप्लाई नहीं हुई है। इधर लोनिवि के अभियंता राजेंद्र गिरी ने बताया रविवार को मौके का मुआयना किया गया। मशीन मंगवाई गई है। अस्थायी मार्ग बनाकर वाहनों की आवाजाही शुरू कर दी जाएगी। ========= विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में गहराया पेयजल संकट

लोहाघाट : बीते दिनों मूसलधार बारिश से सलना बाराकोट, पम्दा और इजड़ा पेयजल योजना ध्वस्त होने से क्षेत्र में पानी का संकट गहरा गया है। महिलाएं काम धंधा छोड़कर कर गधेरों और प्राकृतिक जल स्रोतों से पानी का इंतजाम कर रही हैं। प्रह्लाद सिंह, दीपक सिंह, किशन सिंह ने बताया कि काकड़ में सलना पेयजल लाइन टूटने से गांव में पेयजल संकट गहरा गया है। इधर बाराकोट-छड़खोला लाइन टूटने से बाराकोट बाजार में पानी नहीं आ रहा है। बाराकोट व्यापार संघ अध्यक्ष संजय वर्मा सहित जल संस्थान के कर्मचारी जीआइसी बाराकोट के समीप दिन भर पाइपों को जोड़ने में जुटे रहे। इधर सलना इजड़ा पेयजल लाइन के जगह जगह पाइप टूटने से गांव में पेयजल संकट गहरा गया है। जल संस्थान के अभियंता पवन बिष्ट ने बताया लाइन ठीक करने के लिए कर्मचारी लगाए हैं। ======== विस्थापन करने की मांग को लेकर डीएम से करेंगे मुलाकात

लोहाघाट : बाराकोट ब्लाक मोटर में बारिश के चलते कई घरों में दरारें आ गई हैं। दारा सिंह, बलवंत सिंह, ओम प्रकाश, कुंदन सिंह, प्रकाश चंद्र, प्रकाश चंद्र राम, अशोक कुमार, हरीश कुमार, शिवराम, कृष्ण कुमार, देवी दत्त्त शर्मा के मकानों को खतरा बना बना हुआ है। पीड़ित परिवारों को जिला प्रशासन ने प्राथमिक विद्यालय में शिफ्ट कर दिया है। पीड़ित परिवारों ने जिला प्रशासन से शीघ्र विस्थापित करने की मांग की है। पीड़ित परिवारों ने बताया की शीघ्र विस्थापन की मांग को लेकर सोमवार को जिलाधिकारी से मुलाकात की जाएगी। इधर सुई पऊ गांव के सिमल तोक निवासी देवकी नंदन तलनियां का आवासीय मकान खतरे की जद में आ गया है। मकान में बारिश का पानी घुसने से परिवार दूसरे के यहां शरण लिए हुए है। ========== बिजली व्यवस्था चरमराने से लोग परेशान

लोहाघाट : बारिश के चलते बाराकोट ब्लाक के नर्रा के समीप बिजली के पोल टूटने से गांवों में विद्युत आपूर्ति नहीं हो पाई है। व्यापारी प्रकाश सिंह, दिनेश, श्याम सिंह, मयंक बिष्ट ने बताया कि बिजली गुल होने से कारोबार चौपट हो गया है। विद्युत विभाग के अभियंता अशोक कुंवर ने बताया बेट्टा, नेत्र सलान, पम्दा, नर्रा गांव की लाइनों को ठीक करने का कार्य चल रहा है। कर्मचारी कार्य में लगे हुए है शीघ्र विद्युत व्यवस्था सुचारू कर ली जाएगी। ======== विस्थापन होने तक सुरक्षित स्थानों पर ठहराने की मांग

लोहाघाट : बीते दिनों आपदा के दौरान बाराकोट ब्लाक के ग्राम पंचायत तड़ाग के तीन मकान और एक गोशाला खतरे की जद में आ गए थे। गांव के उमेद सिंह, शिवराज सिंह, कलावती आवासीय मकानों से लगे खेतों सहित सुरक्षा दीवार व आंगन बारिश के दौरान क्षतिग्रस्त हो गया है। मकानों में दरार आ गई है। जिससे इन परिवारों को खतरा बना हुआ है। पीड़ित परिवारों ने जिला प्रशासन से उनके विस्थापन की व्यवस्था करने की मांग की है। हरीश सिंह, प्रकाश सिंह के मकान को खतरा बना हुआ। राम सिंह की गौशाला ध्वस्त हो गई है। बाराकोट ब्लाक के ग्राम सभा नौमाना की ग्राम प्रधान ने विस्थापन करने की मांग को लेकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। ग्राम प्रधान सुनीता जोशी का कहना था कि बीते दिनों आपदा के दौरान गांव के 13 आवासीय भवन खतरे की जद में आ गए है। मकानों के आगे एक फीट जमीन धंस गई है। जिससे तड़ीगांव, सेरी कनियाना, बैडाओढ़, डोबाभागू आदि स्थानों पर आवासीय भवनों को खतरा बना हुआ है जो कभी भी जमीनदोज हो सकते है। उन्होंने गांव का भूगर्भ विज्ञानियों से निरीक्षण करा कर अन्यत्र विस्थापित करने की मांग की है। रविवार को पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष खुशाल सिंह, पूर्व ब्लाक प्रमुख योगेश सिंह मेहता ने गल्लागांव और नौमाना के पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। ========न् एसडीएम को सौंपा ज्ञापन

लोहाघाट : बाराकोट ब्लाक के सुतेड़ा गांव की क्षेत्र पंचायत सदस्य संगीता शर्मा ने उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। उनका कहना था कि पीएमजीएसवाई के तहत मोटर मार्ग पर वल्सों से चांचडी सुतेड़ा तक मांग क्षतिग्रस्त हो गया है। ग्राम सभा सुतेडा के पास वाहन फस गए है। क्षेत्र के लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने शीघ्र क्षेत्र का मौका मुआयना कर यातायात सुचारू करने की मांग की।


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