Move to Jagran APP

कोर्ट के आदेश की उड़ी धज्जियां, रोक के बावजूद चलाई जेसीबी

जागरण संवाददाता, चम्पावत : भाजपा नेता सत्ता के नशे में इस कदर चूर हैं कि वह अब वह कोर्ट का आ

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Feb 2019 11:08 PM (IST)Updated: Wed, 20 Feb 2019 11:08 PM (IST)
कोर्ट के आदेश की उड़ी धज्जियां, रोक के बावजूद चलाई जेसीबी
कोर्ट के आदेश की उड़ी धज्जियां, रोक के बावजूद चलाई जेसीबी

जागरण संवाददाता, चम्पावत : भाजपा नेता सत्ता के नशे में इस कदर चूर हैं कि वह अब वह कोर्ट का आदेश भी मानने को तैयार नहीं है। टनकपुर में ऐसा ही एक मामला देखने को मिला। जहां जमीन पर अतिक्रमण मामले में कोर्ट ने रोक लगाई थी। मगर भाजपा नेता ने अपने साथियों के साथ कोर्ट के आदेश को धता बताते हुए हुए जेसीबी से वहां तोड़फोड़ शुरु कर दी। ग्रामीण ने घटना की शिकायत डीआइजी से लेकर डीएम व एसपी से कर कार्रवाई की मांग की है।

loksabha election banner

टनकपुर के नायकगोठ निवासी जगदीश चंद शर्मा ने शिकायती पत्र भेजते हुए बताया कि खाता खतौनी खसरा संख्या 00015 व खसरा नंबर 51 रकबा 1.8970 हेक्टेयर में भूमिधर स्वामी व काबिज है। दीवानी वाद में तुलसी देवी बनाम रविंद्र पांडे के तहत सिविल जज में प्रश्नगत भूमि के संबंध में उसने वाद दायर किया। कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद रविंद्र पांडे पुत्र श्याम सुंदर पांडे निवासी बोरागोठ व दीप चंद्र पाठक पुत्र कांतिबल्लभ पाठक को प्रश्नगति भूमि में जाने से प्रतिबंधित आदेश बीती 16 फरवरी को जारी किए थे। आदेश के बावजूद भी 17 फरवरी को उक्त लोग प्रतिबंधित भूमि में जेसीबी के साथ घुस गए और तोड़फोड़ करने लगे। इन लोगों ने जान बूझकर बिजली के उपकरणों को क्षतिग्रस्त कर आर्थिक क्षति पहुंचाई।

जगदीश चंद ने उच्चाधिकारियों को शिकायती पत्र भेजकर कहा कि यह लोग भाजपा से जुड़े हैं और सत्ता का लाभ उठाकर जान माल का नुकसान पहुंचा रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों से कोर्ट के आदेश का उल्लघंन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.