मानक आठ किमी, ड्यूटी लगी 28 किमी दूर
बोर्ड परीक्षा में कुछ शिक्षकों ने अधिकारियों पर आरोप लगाया है कि वे बोर्ड डयूटी में मानकों की अवहेलना कर रहे हैं।
जागरण संवाददाता, चम्पावत : बोर्ड परीक्षा में कुछ शिक्षकों ने अधिकारियों पर आरोप लगाया है कि उन्होंने मानकों को ताक पर रख 28 किमी दूर स्थित विद्यालयों में ड्यूटी लगाई है। जबकि अपने चहेते शिक्षकों की ड्यूटी पास के ही विद्यालय में लगा दी। यही नहीं, कई शिक्षकों को पहाड़ से मैदानी क्षेत्र के विद्यालयों में ड्यूटी लगाई। इस पर शिक्षकों में खासा आक्रोश है। शिक्षकों ने ड्यूटी निरस्त कर आठ किमी के मानक के अनुसार ड्यूटी लगाने की मांग की है।
उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा जनपद के 40 परीक्षा केंद्रों पर दो मार्च से शुरू हो गई। शिक्षा विभाग के मानक के अनुसार आठ किमी परिधि के परीक्षा केंद्रों में ही शिक्षकों की ड्यूटी लगाई जाएगी। आरोप हैं कि शिक्षा अधिकारियों ने अपने चहेते शिक्षकों को उनके चहेते विद्यालय में ड्यूटी लगा दी और अन्य को 28 से 30 किमी दूर के विद्यालय में ड्यूटी लगा दी। इस कारण शिक्षकों में खासा आक्रोश है। शिक्षकों के मुताबिक जीआइसी टनकपुर के चार शिक्षकों की ड्यूटी 28 किमी दूर जीआइसी सूखीढांग में ड्यूटी लगी है। जबकि आठ किमी मानक परिधि में कई विद्यालय हैं। शिक्षकों ने आरोप लगाया कि सूखीढांग जीआइसी के आस-पास चल्थी, बस्तिया, उचौलीगोठ, गेंडाखाली विद्यालय हैं, जो 15 से 20 किमी की रेंज में हैं। शिक्षकों ने ड्यूटी निरस्त कर पास के विद्यालयों में ड्यूटी लगाने की मांग की। मामले में सीईओ आरसी पुरोहित से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया।
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वर्जन-
शिक्षकों के आरोप निराधार हैं। जनपद में कई ऐसे परीक्षा केंद्र हैं, जिनके आठ किमी परिधि में अन्य कोई स्कूल नहीं है। जीआइसी सूखीढांग के आस-पास चल्थी व टनकपुर के स्कूल हैं इसलिए व्यवस्था के तौर पर टनकपुर जीआइसी से शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है।
-अंशुल बिष्ट, बीईओ, चम्पावत