Move to Jagran APP

तो आने वाले हैं लोहाघाट में मरीजों के अच्छे दिन

गौरी शंकर पंत, लोहाघाट : पीपीपी मोड से हटने के बाद पहली बार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लोह

By JagranEdited By: Published: Sat, 05 Jan 2019 10:52 PM (IST)Updated: Sat, 05 Jan 2019 10:52 PM (IST)
तो आने वाले हैं लोहाघाट में मरीजों के अच्छे दिन
तो आने वाले हैं लोहाघाट में मरीजों के अच्छे दिन

गौरी शंकर पंत, लोहाघाट : पीपीपी मोड से हटने के बाद पहली बार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लोहाघाट स्थित ट्रामा सेंटर में 33 पदों की मंजूरी मिलने से अच्छे दिन आने के संकेत दिखने लगे हैं। स्थानीय जनता व जनप्रतिनिधियों द्वारा अव्यवस्था के खिलाफ आवाज उठाए जाने का प्रतिफल अब जनता को मिलने वाला है।

loksabha election banner

सीएचसी अस्पताल सिर्फ रेफर सेंटर बन कर रह गया था। लगातार मरीजों व उनके तीमारदारों को अव्यवस्थाओं का सामना करना पड़ रहा था। मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा देने के लिए 29 अक्टूबर 2013 को सीएचसी लोहाघाट को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के अन्तर्गत राज्य सरकार ने शील अस्पताल बरेली के अधीन किया गया था। अस्पताल के पीपीपी मोड में जाने के बाद से ही यहां अव्यवस्थाओं का बोलबाला शुरु हो गया। चिकित्सकों पर मरीजों के इलाज में लापरवाही बरतने, दवा बाजार से लिखने व दु‌र्व्यवहार करने के इल्जाम लगते रहे। अस्पताल की खामियों को लेकर विधायक पूरन सिंह फत्र्याल ने विरोध दर्ज करने के साथ मामला विधान सभा उठाया तथा स्वास्थ्य मंत्री व निदेशक से अस्पताल का प्रबंधन पीपीपी मोड से हटाने की मांग की। क्षेत्रीय जनता भी अस्पताल प्रबंधन के विरोध में उतर आई। एसडीएम कोर्ट परिसर में धरना प्रदर्शन किया। शीघ्र पीपीपी मोड से हटा दिया गया। -------- इन पदों की हुई स्वीकृति सीएचसी स्वास्थ्य केंद्र में बने ट्रामा सेंटर के संचालन को 33 पदों के लिए स्वास्थ्य विभाग ने मंजूरी दे दी है। जिसमें सर्जन, आर्थोपैडिक सर्जन, रेडियोलॉजिस्ट, एनेस्थेसिस्ट, ईएमओ, सिस्टर, स्टाफ नर्स, एक्सरे टैक्निशियन सहित 33 पदों के लिए स्वास्थ्य विभाग ने मंजूरी दे दी है।

-------- क्षेत्र के लोगों ने विधायक का जताया आभार

वर्ष 2006-07 में स्वीकृत लोहाघाट सीएचसी का ट्रामा सेंटर 2014 में बनकर तैयार हो गया था। लेकिन बनने के पांच साल बाद भी सुचारु नहीं हो पाया। न तो इसमें चिकित्सा उपकरण हैं और न ही चिकित्सक। लाखों रुपये की लागत से बना भवन शोपीस बन कर रह गया था। विधायक पूरन सिंह के फत्र्याल के लगातार प्रयासों के बाद ट्रामा सेंटर के लिए 33 पदों की स्वीकृत मिलने से क्षेत्र के लोगों में खुशी का माहौल बना है। लोगों को कहना है इसके बनने से क्षेत्र के लोगों को कई हद तक स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिलेगा। साथ विधायक द्वारा किए गए कार्यो की सराहना की। साथ ही उनका आभार जताया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.