भिंगराड़ा में मनरेगा घोटाले की एसआइटी जांच हुर्इ शुरू
चंपावत जिले के भिंगराड़ा क्षेत्र में मनरेगा कार्य में घोटाला सामने आया है। जिसके बाद अब मामले की एसआइटी जांच की जा रही है।
चंपावत, [जेएनएन]: मनरेगा में भिंगराड़ा क्षेत्र में हुए कार्य में गड़बड़ी का मामला सामने आया, जिसमें 2012 में 1.17 करोड़ का घोटाला हुआ है। हाईकोर्ट के आदेश के बाद 14 अगस्त को मामले की रिपोर्ट के बाद शनिवार को एसआइटी जांच शुरू हो गई है। हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर करने वाले एडवोकेट संजय भट्ट से शनिवार को एसआइटी की टीम ने कई महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल कीं। इससे पूर्व दल संबंधित दस्तावेजों को कब्जे में लेने के साथ कई अधिकारियों से भी पूछताछ की।
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी (मनरेगा) योजना के तहत चम्पावत वन प्रभाग के भिंगराड़ा रेंज में 2011-12 में 1.17 करोड़ की लागत से 37 वन पंचायतों में मृदा और जल संरक्षण के काम कराए गए थे। जिसमें जलागम और भूमि संबंधी कार्यो में बड़े पैमाने पर धांधली होने का मामला सामने आया।
मामले में कई बार शिकायत भी की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। बाद में हाईकोर्ट अधिवक्ता और स्थानीय निवासी संजय भट्ट की जनहित याचिका दायर की थी। जिस पर हाईकोर्ट ने दो महीने पूर्व मामले में एफआइआर दर्ज करने के आदेश दिए थे।
कोर्ट के आदेश के बाद 15 सितंबर को पाटी बीडीओ अमित ममगांई ने पाटी थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। थानाध्यक्ष दिवान सिंह ने बताया कि अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया। मामले की जांच के लिए एसपी धीरेंद्र गुंज्याल ने सीओ राजन सिंह रौतेला के नेतृत्व में चार सदस्यीय एसआइटी टीम गठित की।
एसआइटी में पाटी, लोहाघाट के थानेदार के अलावा चंपावत कोतवाली एसएसआइ जसवीर सिंह चौहान को शामिल किया है। चंपावत वन प्रभाग के डीएफओ कुबेर सिंह बिष्ट के अनुसार जांच में एसआइटी टीम का पूरा सहयोग किया जा रहा है।
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