श्रीमद्देवी भागवत कथा सुनने से सारे कष्ट दूर हो जाते है : डुकलान
रैघाड़ी मटियाल में श्रीमद् देवी भागवत कथा का श्रवण करने दूर दराज से लोग पहुंचे।
संवाद सहयोगी, लोहाघाट : श्रीमद् देवी भागवत कथा सुनने से सारे कष्ट दूर हो जाते है। और जीवन के अंतिम काल में मोक्ष के लिए स्वर्ग का दरवाजा खुल जाता है। कथा ही मानव को भवसागर पार कराती है। बाराकोट के ग्राम सभा रैघाड़ी मटियाल में चल रही भागवत कथा के पांचवे दिन कथा वाचक पंडित राकेश डुकलान ने भक्तों का रसपान कराते हुए कहा। उन्होंने कहा कि जहा भागवत कथा व पूजा होती है। उस घर में लक्ष्मी नारायण की कृपा सदैव बनी रहती है। जीवन के बंधन से मुक्ति का एक मार्ग श्रीमद् भागवत कथा श्रवण ही है। इससे भक्तों की सभी परेशानिया दूर हो जाती है। धु्रव प्रसंग की कथा सुनाते हुए कहा कि धु्रव की सौतेली मा सुरुचि द्वारा अपमानित करने पर भी उसकी मा सुनीता ने धैर्य नहीं खोया जिससे संकट टल गया। धु्रव ने तपस्या के बल पर हरि को प्रसन्न कर लिया। भक्त प्रह्लाद के प्राणों की रक्षा के लिए भगवान ने खंभे में अवतार लेकर हिरण्यकश्यप का वध किया। भगवान हमेशा अपने भक्तों की रक्षा के लिए तैयार रहते हैं। बस जरूरत है उन्हें सच्चे मन से याद करने की। इससे पूर्व आचार्य गिरीश कलौनी, राजेश पाडेय, दीपक कुलेठा, ललित बगौली ने विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान संपन्न कराए। संगीताचार्य सवेंद्र ध्यानी व कृष्णानंद मुंडे ने भजनों की शानदार प्रस्तुति देकर वातावरण भक्तिमय कर दिया। आयोजन समिति के मोहन सिंह अधिकारी ने सभी का आभार जताया।