रोडवेज बस यात्रियों ने परिवहन विभाग के खिलाफ की नारेबाजी
हल्द्वानी से रीठा साहिब जा रही हल्द्वानी डिपो की बस में टनकपुर से सवार आधा दर्जन यात्रियों को बीच में उतारने से आक्रोश भड़क उठा।
संवाद सहयोगी, लोहाघाट : हल्द्वानी से रीठा साहिब जा रही हल्द्वानी डिपो की बस में टनकपुर से सवार आधा दर्जन यात्रियों को गुरुवार लोहाघाट बस स्टेशन में उतार दिया। आक्रोशित यात्रियों ने परिवहन विभाग के खिलाफ प्रदर्शन कर नारेबाजी की। बस में सवार भिंगराडा के यात्री सामाजिक कार्यकर्ता खिलानंद जोशी का कहना था कि हल्द्वानी डिपो की बस में टनकपुर से धूनाघाट, पोखरी, भिगराड़ा और रीठा साहिब आदि गांव के आधा दर्जन यात्री सवार हुए। चालक व परिचालक ने कम यात्रियों के होने का हवाला देकर लोहाघाट बस स्टेशन में उतार दिया। बस में सवार यात्रियों ने परिवहन विभाग के खिलाफ नाराजगी जताते हुए कहा ऐसे आधे अधूरे रास्ते में यात्रियों को उतारने से तो बस सेवा को ही बंद कर देना चाहिए। मौके पर पहुंचे पूर्व जिला पंचायत सदस्य ने परिवहन निगम हल्द्वानी के उच्चाधिकारियों से वार्ता करने के बाद बस रीठा साहिब को रवाना हुई। यात्रियों ने पूर्व जिला पंचायत सदस्य का आभार जताया। इस दौरान तुलसी देवी, अशोक जोशी, मोहन सिंह, प्रकाश सिंह, जगदीश चंद्र आदि मौजूद रहे। ======== निर्माणाधीन सैनिक विश्राम गृह की गुणवत्ता पर निगाह रखेंगे पूर्व सैनिक
पिथौरागढ़: बलुवाकोट में पूर्व सैनिक विश्राम गृह का निर्माण शुरू हो गया है। आठ वर्ष के लंबे अंतराल के बाद बन रहे विश्राम गृह की गुणवत्ता पर निगरानी के लिए पूर्व सैनिकों ने कमेटी का गठन किया है।
वर्ष 2013 में आई आपदा में बलुवाकोट सैनिक विश्राम गृह बह गया था। सैनिक विश्राम गृह बह जाने से दूरदराज के क्षेत्रों से विभिन्न कार्यालयों के लिए तहसील मुख्यालय आने वाले पूर्व सैनिकों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मजबूर पूर्व सैनिक होटलों की शरण लेने को बाध्य थे। पूर्व सैनिक लगातार सैनिक विश्राम गृह बनाए जाने की मांग कर रहे थे। पूर्व सैनिकों की समस्या को देखते हुए विधायक हरीश धामी ने विधायक निधि से निर्माण के लिए धनराशि स्वीकृत की थी। इस धनराशि से अब सैनिक विश्राम गृह का निर्माण शुरू हो गया है। पूर्व सैनिकों ने इस पर खुशी जताते हुए कहा कि लंबे इंतजार के बाद बन रहे सैनिक विश्राम गृह की गुणवत्ता पर वे स्वयं निगाह रखेंगे। इसके लिए पूर्व सैनिक गणेश चंद, भुवन चंद, वीर सिंह, नरोत्तम भट्ट, कल्याण सिंह, तारा सिंह भंडारी, गणेश सिंह ऐरी को शामिल करते हुए निगरानी कमेटी का गठन किया गया है।