देवीधार मेले में नहीं होंगे धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम
कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए इस बार देवीधार महोत्सव के दौरान धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होंगे।
लोहाघाट, जेएनएन : कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए इस बार देवीधार महोत्सव के दौरान धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होंगे। यह निर्णय देवीधार महोत्सव समिति की बैठक में लिया गया।
रविवार को देवीधार मंदिर प्रांगण में आयोजित बैठक में कोविड 19 को देखते हुए मेले के दौरान शैक्षिक, खेलकूद व सांस्कृतिक कार्यक्रम न करने का निर्णय लिया गया। बैठक की अध्यक्षता कर रहे समिति के अध्यक्ष जीवन सिंह मेहता ने बताया कि मेले के दौरान सरकार तथा प्रशासन के निर्देशों का पालन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि बैठक में सभी लोग इस बात पर सहमत थे कि इस बार देवी रथों के बजाय देवी की प्रतिमा तथा देवताओं के आयुधों को प्रतीकात्मक टोकरी में रखकर मंदिर ले जाया जाएगा। इस बार शोभा यात्रा भी नहीं होगी। बताया कि मुख्य मेले के दिन देव डांगर व मंदिर के पुजारी के अलावा कोई भी श्रद्धालु मंदिर में नहीं आएगा। भीड भाड़ से बचने व शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए प्रशासन के दिशा निर्देश के तहत ही गांवों में लगने वाले रात्रि मेलों का स्वरुप तय किया जाएगा। पांच जुलाई से आयोजित होने वाले पांच दिवसीय मेले में व्यावसायिक गतिविधियां भी शून्य रहेंगी। बैठक का संचालन सचिव प्रकाश राय ने किया। बैठक में संरक्षक पीएस मेहता, योगेश मेहता, नरेश राय, सोनू सिंह बिष्ट, जीतेंद्र राय, मनोज कापड़ी, मदन राम, शेखर गोरखा, भैरव राय, आंनद पुजारी, शेर सिंह, आनंद राय, नरेश गिरी, मदन पुजारी, अर्जुन छतोला, कमल राय, भुवन गिरी मौजूद रहे।