लोहाघाट में रामलीला का सजीव मंचन नहीं हुआ
लोहाघाट नगर की रामलीला के दूसरे दिन ताड़का वध से लेकर राम व लक्ष्मण का जनकपुरी में प्रवेश तक की लीला का नेपथ्य वाचन किया गया। कोविड के कारण इस बार रामलीला का सजीव मंचन नहीं किया जा रहा है।
संस, लोहाघाट : नगर की रामलीला के दूसरे दिन ताड़का वध से लेकर राम व लक्ष्मण का जनकपुरी में प्रवेश तक की लीला का नेपथ्य वाचन किया गया। कोविड के कारण इस बार रामलीला का सजीव मंचन नहीं किया जा रहा है। पर्दे के पीछे से सिर्फ लीला का वाचन और स्तुति की जा रही है। रविवार की देर शाम समिति जुडे़ लोगों ने भागवान राम की स्तुति के साथ लीला का शुभारंभ किया। समिति के अध्यक्ष जीवन मेहता ने बताया कि परम्परा का निर्वहन करने के लिए प्रतिदिन राम स्तुति के बाद राम कथा का वाचन किया जा रहा है। शिक्षक नरेश राय ने तड़का वध, सीता का पुष्पवाटिका आना, राम लक्ष्मण का जनकपुरी में प्रवेश की लीला का सुंदर वाचन किया। इस दौरान प्रहलाद सिंह मेहता, जीवन कलौनी, डीडी पांडेय, प्रेमलाल साह, जीवन गहतोड़ी, मुकेश साह, मनोज शाह, कैलाश बगौली, संजय फत्र्याल, ईश्वरी लाल साह, जगदीश जोशी, दीपक सुतेड़ी, क्षितिज जुकरिया आदि लोग मौजूद रहे।