एसआइटी जांच का किया विरोध
संवाद सहयोगी, लोहाघाट : ग्राम प्रधानों की एसआईटी जांच को लेकर सरकार की नियत में खोट है।
संवाद सहयोगी, लोहाघाट : ग्राम प्रधानों की एसआईटी जांच को लेकर सरकार की नियत में खोट है। जब एसआइटी जाच करनी है तो ग्राम पंचायत स्तर से नहीं सांसदों से शुरू करनी चाहिए। सरकार द्वारा ग्राम प्रधानों की एसआईटी जांच करा कर उनका मनोबल गिराया जा रहा है। यह बात शनिवार को स्थानीय एनेक्सी भवन में क्षेत्र भ्रमण के दौरान पत्रकार वार्ता के दौरान पूर्व राज्य सभा सांसद महेंद्र सिंह माहरा ने कही।
क्षेत्र भ्रमण में पहुंचे पूर्व राज्य सभा सांसद ने कहा कि ग्राम पंचायतों को प्रतिवर्ष डेढ़ लाख रपये की धनराशि मिलती है। उसकी सरकार एसआइटी से जांच करा रही है। जबकि ग्राम पंचायतों से सैंकड़ों गुना अधिक बजट वाले संस्था, विभाग, विधायक निधि, सांसद, जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत, नगर पंचायत,महानगर पंचायत, महानगर पालिका, स्वजल, प्रोजेक्ट योजनाओं को मिलता है। एसआइटी जांच उपर स्तर से होनी चाहिए। एसआईटी के नाम पर पंचायतों का शोषण बंद करना चाहिए। इस दौरान ग्राम प्रधान संगठन के चांद बोहरा, भुवन चौबे, डीडी पांडेय, मदन राम,प्रदीप देव आदि मौजूद रहे।