चम्पावत और लोहाघाट लाइनमैन विहीन, लड़खड़ाएगी बीएसएनएल सेवा
चम्पावत में बीएसएनएल के तीन लाइनमैन और एक जेई को वीआरएस दे दिया गया है। जिस कारण अब जिले में कोई भी लाइनमैन नहीं रहा।
चम्पावत, जेएनएन : जनपद में तीन लाइनमैन और एक जेई को वीआरएस दे दिया गया है। लाइनमैनों को वीआरएस देने के बाद चम्पावत व लोहाघाट क्षेत्र लाइनमैन विहीन हो गया है।
बीएसएनएल सेवाओं की स्थिति दिन प्रतिदिन खस्ताहाल होती जा रही है। वर्तमान में चम्पावत में 320, लोहाघाट में 300, टनकपुर में 385 तथा बनबसा में 370 उपभोक्ता है। जो ब्रांड बैंड के कारण लैंडलाइन कनेक्शन चला रहे हैं। वहीं जनपद के पर्वतीय क्षेत्र में छह एक्सचेंज व 26 बीटीएस व मैदानी क्षेत्र में सात बीटीएस व एक एक्सचेंज है, मगर इनको संचालित करने वाले कर्मचारियों की संख्या काफी कम है। जिस कारण बीएसएनएल सेवाएं दिन प्रतिदिन बद से बत्तर होती जा रही है। यही वजह है कि जनपद के सीमांत क्षेत्र आज भी नेटवर्क विहीन है, अगर कहीं बीटीएस लगे भी हैं तो सालों से उनकी खराबी दूर नहीं कि जा पा रही है। जिस कारण बीएसएनएल की लैंडलाइन सेवा सिर्फ शोपीस मात्र बनकर रह गई हैं। इसको देखते हुए शुक्रवार को बीएसएनएल ने चार कर्मचारियों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी गई है। इसमें चम्पावत से लाइनमैन (टेलीकॉम टेक्निशियन) गिरिश चंद्र भट्ट, पुष्करानदं भट्ट व लोहाघाट से बसंत सिंह अधिकारी व चम्पावत से जेई हीरा बल्लभ पलसाई को वीआरएस दिया गया। वर्तमान में पर्वतीय क्षेत्र में मात्र चार कर्मचारी ही बचे हैं। इसमें एक जेटीओ, एक जेई व दो मृतक आश्रित महिला एटीटी (असिस्टेंट टेलीकॉम टेक्निशियन) हैं। टनकपुर व बनबसा एक्सचेंज में किसी को वीआरएस नहीं दिया गया है। बीएसएनएल अधिकारियों का कहना है कि एक दो दिनों में आउटसोर्स से कर्मचारियों की तैनाती की जाएगी। कर्मचारियों के आने से सेवाओं को दुरुस्त किया जाएगा। ======== जनपद में बीएसएनएल की स्थिति
कर्मचारियों की संख्या = 11
वीआरएस - चार
बीटीएस - 33
एक्सचेंज - 8
उपभोक्ता - 1200 ======= बीएसएनएल ने 31 जनवरी को चम्पावत व लोहाघाट में आठ में चार कर्मचारियों को वीआरएस दे दिया है। कर्मचारियों की कमी से सेवाओं को सुचारू करने में थोड़ी दिक्कत आएगी। मुख्यालय से उम्मीद है कि एक दो दिन में आउटसोर्स से कर्मचारियों की तैनाती हो जाएगी। जिसके बाद स्थिति ठीक हो जाएगी। वर्तमान में चम्पावत व लोहाघाट में कोई भी लाइनमैन नहीं है। - विजय बहादुर, जेटीओ, लोहाघाट, बीएसएनएल