पानी में नशे की गोली खिलाकर नकदी व जेवरात लूटे
संवाद सहयोगी, टनकपुर : पानी में या फिर खाने में बेहोशी की दवा खिलाकर यात्रियों से आए दि
संवाद सहयोगी, टनकपुर : पानी में या फिर खाने में बेहोशी की दवा खिलाकर यात्रियों से आए दिन लूट की घटनाएं सामने आ रही है। इसके लिए पुलिस भी लगातार लोगों को जागरूक कर रही है लेकिन यात्री जागरूक नहीं हो रहे हैं। शुक्रवार को भी ऐसा ही मामला सामने आया। जहां एक रोडवेज बस में एक युवक को जहरखुरानियों ने पानी में बेहोशी की दवा व बिस्कुल खिला दिया। और उससे करीब दस हजार की नकदी व जेवरात लूट कर फरार हो गया। बेहोशी की हालत में उसे संयुक्त चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। जहां होश में आने पर उसने पूरा घटनाक्रम बताया।
इन दिनों रोडवेज बसों में जहरखुरानी गिरोह काफी सक्रिय हो गया है। आए दिन जहरखुरानी के शिकार यात्रियों के मामले आ रहे हैं मगर पुलिस है कि हाथ पर हाथ धरे बैठे हुई है। शुक्रवार को दिल्ली कॉल सेंटर में काम करने वाला एक युवक दिल्ली से नेपाल महेंद्रनगर जाने के लिए टनकपुर आने वाली बस संख्या यूपी07पीए1412 में बैठा। बस के बनबसा पहुंचने पर युवक बेहोश हो गया। युवक के बेहोश होने पर बस चालक ने घटना की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने युवक को 108 एंबुलेंस से संयुक्त चिकित्सालय में लाया गया। युवक के होश आने पर उसने बताया कि वह दिल्ली से नेपाल जा रहा था। उसने अपना नाम अमृत धामी पुत्र तेज सिंह धामी निवासी महेंद्र नगर वार्ड नंबर सात सूडा नेपाल का बताया। उसने बताया कि रास्ते में उसे उल्टी आने को हुई। जिसके बाद अपने आप को नेपाल निवासी बताकर उसे पानी व बिस्कुट खिला दिया। जिसके बाद वह बेहोश हो गया। उसने बताया कि उसके पास से दस हजार की नगदी, सोने की चैन व बैग था। जो अब गायब है। अमृत दिल्ली में कॉल सेंटर में काम करता है। सूचना पर अमृत के बड़े भाई दिनेश धामी अस्पताल पहुंच गए हैं। अमृत को अभी पूरी तरह होश नहीं आया है। पूरी तरह होश में आने के बाद ही घटना की वास्तविकता पता चलेगी। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई है। जहरखुरानी युवक अपना बैग बस में ही छोड़ गया है। जिसमें बिस्कुट व पानी की बोतल मिली है। विश्वास में लेकर देते हैं घटना को अंजाम
जहरखुरानी गिरोह अक्सर लोगों को अपने विश्वास में लेकर घटना में अंजाम देते हैं। पहले तो वह आपस में बात करते हैं और फिर पता पूछकर अपने आप को भी वहीं का बताकर रिश्तेदारी निकालने की कोशिश करते हैं। जिससे युवक उस पर विश्वास कर सके। फिर खाना पिना मिल बांटकर खाने को कहते हैं। जिसमें वह बेहोशी की दवा खिलाकर या पिलाकर घटना को अंजाम दे देते हैं।