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नवरात्र के सातवें दिन भी मंदिरों में उमड़ी भक्तों की भीड़

नवरात्र के सातवें दिन मंदिरों व घरों में मां कालरात्रि के स्वरूप की पूजा अर्चना की गई।

By JagranEdited By: Published: Fri, 23 Oct 2020 04:43 PM (IST)Updated: Sat, 24 Oct 2020 01:41 AM (IST)
नवरात्र के सातवें दिन भी मंदिरों में उमड़ी भक्तों की भीड़
नवरात्र के सातवें दिन भी मंदिरों में उमड़ी भक्तों की भीड़

जेएनएन, चम्पावत/लोहाघाट : नवरात्र के सातवें दिन मंदिरों व घरों में मां कालरात्रि के स्वरूप की पूजा-अर्चना की गई। कई मंदिरों में कन्या पूजन कर दुर्गा सप्तसती पाठ का आयोजन किया गया। इधर उत्तर भारत के सुप्रसिद्ध मां पूर्णागिरि धाम में दूर दराज से पहुंचे श्रद्धालुओं ने मां के दर्शन किए।

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जिला मुख्यालय के मां हिगला देवी मंदिर में काफी अधिक चहल पहल रही। क्षेत्र का अकेला देवी मंदिर होने के कारण यहां हर रोज बड़ी संख्या में श्रद्धालु पूजा के लिए आ रहे हैं। शुक्रवार को यहां महिलाओं ने भजन कीर्तन किए। इसके अलावा गोलज्यू, नागनाथ, बालेश्वर, डिप्टेश्वर, मानेश्वर में भी सुबह से शाम तक पूजा अर्चना का सिलसिला चलता रहा। डिप्टेश्वर में यज्ञ होम किया गया। लोहाघाट के झूमाधुरी मंदिर में सप्तसती पाठ व कन्या पूजन हुआ। चार द्योली में शुमार विशुंग के मां कड़ाई देवी मंदिर में भी यज्ञ होम कर मां की पूजा की गई। ऋषेश्वर महादेव मंदिर, सुई के आदित्य महादेव मंदिर, मां भगवती मंदिर, वन देवी मंदिर, मस्टा मंडाली मंदिर, गलचौड़ा बाबा मंदिर समेत सभी मंदिरों में देर शाम तक पूजा पाठ व भजन कीर्तनों का दौर चला। बाराकोट के मां लड़ीधुरा मंदिर, बर्दाखान के मां वरदायिनी मंदिर, काकड़ के शिव मंदिर समेत अन्य मंदिरों में भी दिन भर तांता लगा रहा। पाटी के प्रसिद्ध मां बाराही देवी मंदिर, मस्टा मंदिर, ऐड़ी फटक शिला, भागेश्वर मंदिर में भी पूजा अर्चना की गई। ========= मा पूर्णागिरि धाम में पांच हजार श्रद्धालुओं ने किए दर्शन

संवाद सहयोगी, टनकपुर : शुक्रवार को शारदीय नवरात्र पर्व पूर्णागिरि धाम में पांच हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने मां के दर्शन किए। शनिवार को अष्टमी व नवमी पर्व एक साथ होने के कारण और अधिक भीड़ उमड़ने की उम्मीद है। अधिकांश श्रद्धालु उत्तर प्रदेश से पहुंच रहे है। टनकपुर-बनबसा सीमा बंद होने के कारण श्रद्धालु नेपाल के महेन्द्रनगर व मंडी स्थित सिद्धनाथ बाबा के दर्शन नहीं कर पा रहे हैं। इससे नेपाल से भी श्रद्धालु मा पूर्णागिरि धाम के दर्शन को नहीं आ पा रहे हैं। कोरोना महामारी के कारण पिछले लंबे समय से भारत-नेपाल सीमा बंद है। यूपी के बहराइच से आए राजू कुमार ने बताया कि शुक्रवार को सुबह काली मंदिर से मुख्य मंदिर तक श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होने के कारण मा के दर्शन के लिए घटों तक इंतजार करना पड़ा।


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