बुजुर्ग की प्रेरणा से जुड़ता चला कारवां, अब मनरेगा से हो रहा क्षतिग्रस्त सड़क का काम
चम्पावत में बुजुर्ग ने क्षतिग्रस्त रोड की मरम्मत के लिए प्रयास किया तो अब सड़क का काम मनरेगा से हो रहा है।
चम्पावत, जेएनएन : पीएमजीएसवाई की क्षतिग्रस्त सड़क जब चलने लायक नहीं रह गई तब गांव के एक बुजुर्ग ने सड़क को ठीक करने का बीड़ा उठा लिया। सब्बल, गेंती और बेल्चा लेकर यह बुजुर्ग सुबह ही सड़क को ठीक करने में जुट जाते। 65 साल के बुजुर्ग को गांव की क्षतिग्रस्त सड़क को ठीक करते देख गांव के अन्य उम्रदराज लोग भी उनके साथ काम में जुट गए। अब ग्राम पंचायत इस सड़क को मनरेगा से ठीक करवा रही है। सड़क ठीक करने के काम में प्रवासियों को लगाया गया है ताकि उनको रोजगार मिल सके।
पीएमजीएसवाई से बनाई गई स्वाला-बडौली सड़क का कुछ हिस्सा काफी दिनों से क्षतिग्रस्त हो गया था। दुर्दशा इतनी कि सड़क पैदल चलने लायक भी नहीं रह गई थी। बड़ौली गांव के लोगों ने गांव आने जाने के लिए वैकल्पिक मांग तैयार किया था लेकिन वाहन न चलने से गांव में जस्री चीजो की आपूर्ति नहीं हो पा रही थी। गांव के 65 वर्षीय राम दत्त पिछले तीन दिन पूर्व अकेले ही सड़क को ठीक करने में जुट गए। उन्हें देखकर गांव के 67 साल के एक और बुजुर्ग लालमणी भी सड़क ठीक करने में जुट गए। इसके बाद कारवां ऐसा जुटा कि गांव के अन्य बुजुर्गवार और युवा भी इस काम में लग गए। जानकारी मिलते ही ग्राम प्रधान रीता थ्वाल अपने एडवोकेट पति गुणानंद थ्वाल के साथ मौके पर पहुंची और उन्होंने बुजुर्गो से काम न करने की अपील करते हुए सड़क मरम्मत का काम मनरेगा से शुरू करने का निर्णय लिया। ग्राम प्रधान ने बताया कि अब मनरेगा के जरिए 400 मीटर लंबी सड़क की मरम्मत का काम शुरूकर दिया गया है। इस काम में लॉकडाउन के दौरान बाहर से आए गांव के प्रवासियों को लगाया गया है ताकि उन्हें रोजगार मिल सके। रविवार को मनरेगा के जेई राहुल वर्मा ने मौके पर पहुंचकर काम का शुभारंभ किया। जेई राहुल वर्मा ने बताया कि काम में प्रवासियों को प्राथमिकता दी गई है।