माँ नंदा सुनंदा के जयकारों से गूंजा शहर
संवाद सहयोगी, चम्पावत : माँ नंदा सुनंदा महोत्सव के दूसरे दिन बालेश्वर मंदिर से मां की भव्य शोभा
संवाद सहयोगी, चम्पावत : माँ नंदा सुनंदा महोत्सव के दूसरे दिन बालेश्वर मंदिर से मां की भव्य शोभा यात्रा निकाली गई। झांकी में मां के विभिन्न स्वरूपों के साथ कुमाऊंनी संस्कृति को प्रदर्शित झाकियां शामिल रही। मां के जयकारों से पूरा क्षेत्र गूंजायमान हो गया और मां की भक्ति में डूब गया। इससे पूर्व सुबह बालेश्वर मंदिर में गणेश पूजन, मातृका नवग्रह पूजन, क्षेत्रपाल पूजन, वास्तु पूजन व चौसठ योगिनी पूजन किया गया।
क्षेत्र में मां नंदा सुनंदा महोत्सव के दूसरे दिन शनिवार को बालेश्वर मंदिर में पूर्ण विधि विधान के साथ पूजा अर्चना की गई। जिसमें पुरोहित दीपक कुलेठा, गिरीश कलौनी, विनोद पाडेय ने यजमान व समिति के अध्यक्ष शकर पाडेय, नारायण दत्त गढ़कोटी, रितेश राय ने गणेश, मातृका, नवगृह, क्षेत्रपाल, वास्तु और चौसठ योगिनी पूजन किया। पूजन के बाद वयोवृद्ध लक्ष्मण सिंह तड़ागी 76 वर्ष, किशोर लाल साह 84 वर्ष, हीराबल्लभ पाडेय 98 वर्ष, अमरनाथ वर्मा 75 वर्ष, राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित डॉ. बीसी जोशी, पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल, पूर्व पालिकाध्यक्ष प्रकाश तिवारी का समिति के विजय वर्मा, नरेश जोशी, भगवत शरण राय, राजेंद्र गढ़कोटी, व्यापार संघ अध्यक्ष अमर नाथ सक्टा, अमित वर्मा ने शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया। अतिथियों ने सास्कृतिक यात्रा को ध्वज निशानों के साथ प्रस्थान कराया। बालेश्वर मंदिर से माँ नंदा सुनंदा का डोला व विद्यालयों की झांकिया मादली, जीआइसी चौक होते हुए मोटर स्टेशन से बालेश्वर मंदिर में समाप्त हुई। शौभा यात्रा में विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने नंदा सुनंदा का डोला, राम-सीता, शिव, काली, कलश यात्रा आदि की झांकिया निकाली। इस दौरान छात्र-छात्राएं विभिन्न प्रकार की सुंदर वेश भूषाओं में सजे दिखाई दिए। झांकी में मल्लिकार्जुन, युनिवर्सल, वीरसेबा, एपेक्स अकेडमी, विद्या मंदीर तथा एनसीसी के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। इस अवसर पर पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल, निवर्तमान पालिकाध्यक्ष प्रकाश तिवारी, कमेटी के अध्यक्ष शंकर दत्त पांडेय, उपाध्यक्ष विजय वर्मा, सचिव विकास साह सहित क्षेत्र के सैकड़ों लोग मौजूद रहे। छोलिया नृत्य व लखिया भूत रहे मुख्य आकर्षण
शोभा यात्रा में पिथौरागढ़ से आए छलियाओं की टीम ने समा बांध दिया। झांकी में सबसे आगे छोलिया नृत्य को देखने के लिए लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई। इसके अलावा मल्लिकार्जुन स्कूल के छात्र-छात्रओं द्वारा शिव-काली के युद्ध और हिलजात्रा के लखिया भूत को देखने के लिए मोटर स्टेशन में लोगों का जमाड़ा लग गया। छात्र छात्राओं द्वारा शिव-कालिका व लखिया भूत की सुंदर प्रस्तुति की सभी ने प्रशंसा की। बालिकाओं को बनाया नंदा सुनंदा
यूनिवर्सल विद्यालय ने नंदा सुनंदा की सुंदर झांकी निकाली। जिसमें माँ नंदा सुनंदा का डोला बनाकर दो छोटी-छोटी कन्याओं को नंदा सुनंदा बनाया। डोले के साथ माँ नंदा सुनंदा के जयकारों के साथ माहौल भक्तिमय कर दिया। नशा मुक्ति व स्वच्छता का दिया संदेश
झांकी में कई विद्यालयों द्वारा निकाली झांकियों ने सांस्कृतिक छटा बिखेर दी। वहीं विद्या मंदिर ने लोगों को झांकी के माध्यम से नशा मुक्ति का संदेश दिया। विवेकानंद विद्या मंदिर ने पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए कूड़ेदान का प्रयोग करने पर जोर दिया। इसके अलावा विद्या भारती स्कूल ने पर्वतीय संस्कृति, एपेक्स ने डोला, वीरशेबा विद्यालय ने कलश यात्रा व राम-सीता आदि की झांकी निकाली। शिव सेना संघ ने कराया जलपान
झांकी में शामिल हुए सभी स्कूली छात्र-छात्राओं, अध्यापक व अन्य लोगों केा शिव सेना संघ ने जीआसी चौक पर अध्यक्ष अमर नाथ सक्टा के नेतृत्व में जलपान कराया। जिसमें विजय पांडेय, मनोज पांडेय, विपिन पांडेय, विजय वर्मा, हेमंत वर्मा, कपिल खर्कवाल, कैलाश अधिकारी, विमल, दीपक आदि ने सहयोग किया। मल्लिकार्जुन रहा प्रथम
सास्कृतिक यात्रा में शामिल झाकियों में से मल्लिकार्जुन स्कूल की झाकी प्रथम स्थान पर रही। यूनीवर्सल दूसरे और विद्या मंदिर ने तीसरा स्थान बनाया। ऐपेक्स व न्यू वीरशिवा को सात्वना पुरस्कार मिला। हीरा बल्लभ पाडेय, जगदीश गिरी, देवी लाल वर्मा ने विजयी विद्यालय की झांकी को ट्राफी प्रदान की। आज होंगे यह कार्यक्रम
= सुबह गणेश पूजन, शिव पूजन व हनुमान पूजन
- शाम चार बजे से देव डांगरों के साथ कदली वृक्ष आमंत्रण हेतु नागनाथ को प्रस्थान