जेई दोबारा करेंगे आवासों की जांच
जागरण संवाददाता, चम्पावत : जिला विकास प्राधिकरण के अस्तित्व में आने के बाद लोगों को मकान बन
जागरण संवाददाता, चम्पावत : जिला विकास प्राधिकरण के अस्तित्व में आने के बाद लोगों को मकान बनाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। प्राधिकरण द्वारा भेजे 73 नोटिसों का लोगों ने जवाब दे दिया है। जिसमें 26 लोगों के मकान के नक्शे पास मिले तो अन्य लोगों ने प्राधिकरण बनने से पूर्व निर्माण किए जाने की बात कही। प्राधिकरण ने इन लोगों के मकानों की पुन: जांच कर आख्या मांगी है। अगर मकान जांच में गलत मिले तो उनके खिलाफ चालान की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
शहर को सुनियोजित व सुव्यवस्थित ढंग से बसाने के लिए प्रदेश सरकार ने प्रत्येक जिले में जिला विकास प्राधिकरण (डीडीए) का गठन कर दिया है। डीडीए के अस्तित्व में आने के बाद लोगों को मकान बनाने के लिए डीडीए से नक्शा पास कराना पड़ेगा। साथ ही अन्य कई नियमों की बाध्यता है। मगर जनपद में कई ऐसे लोग थे, जो बगैर नक्शा पास कराए मकान का निर्माण करा रहे थे। इस पर डीडीए ने करीब 73 लोगों को नोटिस दिया था। जिसमें 26 लोगों ने डीडीए के समक्ष मकान का नक्शा प्रस्तुत किया। जो सही मिले। इसके अलावा लोहाघाट में करीब 20 ऐसे लोग थे, जिन्होंने कहा कि प्राधिकरण बनने से पूर्व उनके मकान का काम चल रहा है। इस पर प्राधिकरण सचिव ने एसडीएम लोहाघाट को पत्र लिखकर पुन: जांच कराने की मांग की। इसके अलावा अन्य नोटिसों के जवाब पर जेई को मकानों की जांच करने के आदेश दिए हैं। अगर यह मकान प्राधिकरण के मानकों में गलत मिलते हैं तो उनका चालान किया जाएगा। प्राधिकरण द्वारा की जाने वाली कार्रवाई बावत कलेक्ट्रेट में जेई को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। एक नाली से कम में नहीं अनुमति की जरूरत
एसडीएम ने बताया कि नगर क्षेत्र को छोड़कर ग्रामीण क्षेत्र में अगर कोई एक नाली से कम क्षेत्र में मकान बनाता है तो उसे डीडीए से नक्शा पास कराने की जरूरत नहीं है। बल्कि उसे डीडीए में उसका ब्लू प्रिंट व एक शपथ पत्र जमा करना होगा। वर्जन-
प्राधिकरण द्वारा दिए गए नोटियों का जवाब मिल गया है। जिसमें 26 लोगों के नक्शे पास मिले। लोहाघाट के 20 आवासों की पुन: जांच के लिए एसडीएम लोहाघाट को पत्र लिखा गया है। अन्य आवासों की जांच जेई द्वारा कराया जा रहा है।
- सीमा विश्वकर्मा, सचिव डीडीए, चम्पावत