चम्पावत में पर्यावरण मित्रों का अनिश्चितकालीन कार्यबहिष्कार
चम्पावत जिले में देवभूमि उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ के आह्वान पर जिले के पर्यावरण मित्र बेमियादी हड़ताल पर चले गए।
संस, चम्पावत/टनकपुर/बनबसा : देवभूमि उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ के आह्वान पर जिले के पर्यावरण मित्रों ने अपनी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन कार्यबहिष्कार शुरू कर दिया है। पर्यावरण मित्र सफाई व्यवस्था ठेके पर दिए जाने से काफी आक्रोशित हैं।
सोमवार को चम्पावत में नगर पालिका कार्यालय के बाहर पर्यावरण मित्रों ने अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि पर्यावरण मित्र निष्ठा से अपना कार्य कर रहे हैं, लेकिन उनकी लगातार उपेक्षा की जा रही है। टनकपुर पालिका व बनबसा में नगर पंचायत कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करने के बाद पर्यावरण मित्रों ने सभा की। वक्ताओं ने लंबे समय से पर्यावरण मित्र प्रदेश के स्थानीय निकायों व अन्य विभागों में सफाई कर्मचारियों के स्थायी पदों की भर्ती शुरू करने, संविदा मोहल्ला स्वच्छता समिति, दैनिक वेतन, आउटसोर्स व उपनल से तैनात कमचारियों को नियमित करने, अकेन्द्रित और केंद्रित कर्मचारियों की नियमावली में संशोधन कर पर्यावरण मित्रों को कनिष्ठ सहायक, पर्यावरण पर्यवेक्षक, सफाई निरीक्षक आदि पदों पर पदोन्नत करने, मृतक आश्रित नियमावली में संशोधन कर मृतक आश्रितों को जिनके परिवार में सरकारी सेवक है उन्हें भी नियुक्ति देने की मांग की। उन्होंने वर्ष 2005 से बंद पड़ी पुरानी पेंशन बहाल करने, सफाई कर्मचारियों को राज्य कर्मचारियों की भाति धुलाई और टूल भत्ता देने आदि मागे भी प्रमुखता से रखीं। कहा कि जब तक मांगे पूरी नहीं होती कार्य बहिष्कार जारी रखा जाएगा। प्रदर्शन करने वालों में शकर, श्याम सिंह, विशाल, अमर, गीता चंदन, सीमा, राजेन्द्र, चित्रा, सोमपाल, मधु देवी, ललिता देवी, माटी, विनोद, अशोक, सोनू आदि मौजूद रहे। बनबसा में धरना देने वालों में शाखा अध्यक्ष प्रमोद रत्नाकर, सनी वाल्मीकि, विजयपाल वाल्मीकि, सागर वाल्मीकि, अर्जुन वाल्मीकि, सोनी, नीलम, कमलेश, शानू, लक्ष्मी, नरेश विश्वकर्मा, कालीचरण आदि शामिल हैं।