Move to Jagran APP

पाटी में धूं-धूं कर जल रहे जंगल, नदारद वन विभाग

जागरण संवाददाता, चम्पावत : गर्मी में बढ़ते तापमान से जंगल धूं-धूं कर जल रहे हैं। लाखों की वन

By JagranEdited By: Published: Sun, 27 May 2018 11:15 PM (IST)Updated: Sun, 27 May 2018 11:15 PM (IST)
पाटी में धूं-धूं कर जल रहे जंगल, नदारद वन विभाग
पाटी में धूं-धूं कर जल रहे जंगल, नदारद वन विभाग

जागरण संवाददाता, चम्पावत : गर्मी में बढ़ते तापमान से जंगल धूं-धूं कर जल रहे हैं। लाखों की वन संपदा का नुकसान हो रहा है। मगर वनाग्नि को रोकने के लिए जिला प्रशासन व वन विभाग अपने कागजी घोड़े दौड़ा रहा है। हकीकत में इस वनाग्नि को रोकने के लिए कोई ठोस प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। आग के उठते धुंए से क्षेत्र में गहरी धुंध छा गई है। मार्ग में विजिविलटी भी कम हो गई है। जिससे कभी भी दुर्घटना हो सकती है। धुंध से आसपास रह रहे लोगों का जीना मुहाल हो गया है।

prime article banner

चम्पावत वन प्रभाग के भिंगराड़ा रेंज में बीते दस दिनों से लगातार आग जल रही है। मगर वन विभाग व जिला प्रशासन आग बुझाने में नाकामयाब साबित हो रहा है। क्षेत्र में 50 हेक्टेयर से अधिक जंगल जल के स्वाहा हो चुके हैं। जिसमें दर्जनों चीड़ के पेड़ जल चुके हैं। लाखों रुपये की वन संपदा का नुकसान हो गया। चीड़ की पीरूल सड़कों व किनारे पर फैली हुई है। बीते दिनों वीसी में वनाग्नि को रोकने के लिए आधी-अधूरी तैयारी पर सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत भी नाराजगी व्यक्त कर चुके हैं। सीएम ने नोडल अधिकारी एवं प्रभागीय वनाधिकारियों को फटकार लगाते हुए वनाग्नि रोकने को ठोस कदम उठाने को कहा मगर जिला प्रशासन व वन विभाग पर इसका कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। वन विभाग कागजी घोड़े दौड़ाकर आग बुझाने में जुटा हुआ है। बात रविवार की करें तो खेतीखान से रीठासाहिब के बीच करीब 50 से अधिक स्थानों पर जंगलों में आग धूं-धूं कर जल रही थी। क्षेत्र में आग के धुंए से पूरी तरह से धुंध छा गई थी। मगर मार्ग में कहीं भी वन विभाग व जिला प्रशासन का कोई कर्मचारी नहीं दिखा। डीएम लगातार वन विभाग व प्रशासन को दे रहे वनाग्नि रोकने के आदेश

डीएम लगातार बैठकों में एसडीएम व वन विभाग के अधिकारियों को वनाग्नि रोकने के आदेश दे रहे हैं। डीएम ने वनाग्नि रोकने के लिए फायर सर्विस, पुलिस, आपदा प्रबन्धन सहित क्षेत्रीय कार्मिकों का सहयोग लेने को कहा है। उन्होंने कहा कि वह वन पंचायत सरपंचों, ग्रामवासियों को विश्वास में लें जिससे वे वनाग्नि की घटनाओं को रोक सके। बिना कर्मचारी कैसे बुझेगी आग

वन विभाग के आंकड़ों के अनुसार फायर लाईनों के निर्माण एवं सफाई के साथ 11 वन/उप वन रेंजर, 52 वन दरोगा, 73 वन रक्षक, 26 चैकीदार/माली, 61 दैनिक श्रमिक और 142 फायर वाचरों सहित 120 वन पंचायत सदस्यों को वनाग्नि रोकने हेतु सक्त्रिय किया गया है। कन्ट्रोल रूम की स्थापना के साथ 55 क्रू-स्टेशन, 7 वाच टावर भी स्थापित किए गए हैं। मगर इन सबका का क्या फायदा जो आग बुझा ही नहीं सकते। दरअसल वन विभाग के यह आंकडे़ सिर्फ कागजों में दिखाई दे रहे हैं। हकीकत में यह कर्मचारी दिखाई ही नहीं दे रहे हैं। ग्रामीण व वन विभाग एक दूसरे पर लगा रहे आरोप

जंगल में लग रही आग पर ग्रामीण व वन विभाग एक दूसरे पर आग लगाने का आरोप लगा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग अपने फर्जी पौधरोपण को छुपाने के लिए स्वयं यह आग लगा रहे हैं तो वन विभाग का कहना है कि ग्रामीण नई घास उगाने के लिए वह आग लगा रहे हैं। दोनों एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाकर पल्ला झाड़ रहे हैं। धुंए व धुंध से लोग हो रहे परेशान

पाटी के जंगलों में लगी आग से उठ रहा धुंआ पूरे क्षेत्र में फैल गया है। चारों ओर धुंध छाई हुई है। धुंध के चलते लोगों का सांस लेना तो मुश्किल हो ही रहा है। साथ ही मार्ग भी नहीं दिखाई दे रहा है। जोड़

मेला शुरू हो जाने के कारण इस समय मार्ग में वाहनों की आवाजाही भी खूब हो रही है। वर्जन-

जंगल में लगी आग बुझाने के लिए कहीं भी वन विभाग के कर्मचारी नहीं दिखाई दे रहे हैं। प्रशासन की टीम आग बुझाने में जुटी हुई है। ग्रामीण आग लगा रहे हैं। - निर्मला बिष्ट, एसडीएम, पाटी वर्जन-

वनाग्नि को रोकने के लिए टीम लगी हुई है। दस वाचर और बढ़ाए गए हैं। ग्रामीण आग लगा रहे हैं। हमारी कोशिश है कि आग जल्द से जल्द बुझ सके। = कुबेर सिंह बिष्ट, डीएफओ, चम्पावत


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.