पर्यटन मानचित्र पर धाक जमाएगा गुरु गोरखनाथ धाम
संवाद सहयोगी चम्पावत नाथ सम्प्रदाय के गुरु गोरखनाथ की अखंड धूनी की लौ संजोए गोरखनाथ
संवाद सहयोगी, चम्पावत : नाथ सम्प्रदाय के गुरु गोरखनाथ की अखंड धूनी की लौ संजोए गोरखनाथ धाम शीघ्र पर्यटन मानचित्र पर अपनी धाक जमाएगा। संस्कृति विभाग के कापर्स फंड और बीएडीपी की धनराशि से सदियों से उपेक्षित पड़े इस एतिहासिक और धार्मिक पर्यटन स्थल की सीरत और सूरत बदलने की तैयारी शुरू हो चुकी है।
गुरु गोरखनाथ धाम में प्रतिवर्ष हजारों की संख्या में धार्मिक पर्यटक अखंड धूनी के दर्शन और ध्यान साधना के लिए पहुंचते हैं। इसके इतर यहां की प्राकृतिक सुंदरता का लुत्फ उठाने के लिए भी देश के विभिन्न हिस्सों से पर्यटक सैर सपाटे के लिए आते हैं। मुख्य स्टेशन मंच और यात्रा मार्ग में सुख सुविधा के इंतजाम न होने से पर्यटकों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इससे जहां पर्यटन व्यवसाय प्रभावित हो रहा है वहीं पर्यटकों की आमद अपेक्षा के अनुरूप नहीं हो पा रही है। यहां पर्यटन व्यवसाय को गति देने और पर्यटकों की सुविधा के लिए संस्कृति विभाग और बीएडीपी ने कदमताल शुरू कर दिया है। संस्कृति विभाग ने कापर्स फंड से 30 लाख रुपये की धनराशि स्वीकृत कर दी है। इससे गोरखनाथ की अखंड धूनी स्थल को आकर्षक लुक देने के साथ पुराने और जीर्णशीर्ण हो चुके भवनों की मरम्मत, पेयजल की व्यवस्था के साथ अन्य कार्य किए जाएगें। विभाग इसके लिए कार्यदायी संस्था की तलाश में जुट गया है। वहीं बार्डर एरिया डेवलपमेंट प्लान से 29 लाख रुपये की लागत से यात्रियों के पहले पड़ाव स्थल मंच से गुरु गोरखनाथ धाम के लिए जाने वाले मुख्य रास्ते पर कार्यदायी संस्था आरडब्ल्यूडी आठ हटों का निर्माण करेगी। इस अच्छी खबर के बाद उपेक्षित पड़े इस धार्मिक स्थल के दिन बहुरने की उम्मीद हिलौरें मारने लगी है।
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::: वर्जन
- पर्यटन और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए गुरु गोरखनाथ धाम के सुंदरीकरण का काम संस्कृति विभाग के कार्पस फंड और मंच में हट बनाने का काम बीएडीपी की धनराशि से होगा। दोनों कार्यो के लिए लगभग 59 लाख रुपये की स्वीकृति मिल चुकी है।
-लता बिष्ट, जिला पर्यटन अधिकारी चम्पावत
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