पूर्णागिरि मंदिर के लिए गुरुत्व पेयजल योजना मंजूर
- श्यामलाताल के पास स्रोत से तैयार की जाएगी स्कीम -मई-जून में होगा योजना का सर्वे स्थानीय ला
संवाद सहयोगी, चम्पावत: उत्तर भारत के प्रसिद्ध मां पूर्णागिरि धाम के लिए प्रस्तावित गुरुत्व पेयजल योजना को सरकार ने मंजूरी दे दी है। योजना का निर्माण श्यामलाताल के पास स्रोत से होगा। मई और जून में योजना का सर्वे कर फाइनल डीपीआर तैयार की जाएगी।
पेयजल निर्माण निगम ने शारदा नदी से लगभग ढाई किमी लंबी लिफ्ट योजना के निर्माण के लिए 12 करोड़ रुपये का स्टीमेट तैयार कर स्वीकृति के लिए शासन को भेजा था लेकिन सरकार ने लिफ्ट योजना के बदले गुरुत्व योजना को तरजीह देते हुए उसे स्वीकृति प्रदान कर दी है।
जल निगम के अधिशासी अभियंता वीके जोशी ने बताया कि मई और जून माह में गुरुत्व योजना के लिए प्रस्तावित स्रोत का सर्वे किया जाएगा। फिर डीपीआर तैयार की जाएगी। लिफ्ट योजना के बनिस्पत गुरुत्व योजना कारगर होगी और इसमें लागत भी कम आएगी।
बता दें कि पूर्णागिरि क्षेत्र में पानी की कमी के चलते प्रतिवर्ष लगने वाले पूर्णागिरि मेले में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को पेयजल संकट का सामना करना पड़ता है। पूर्णागिरि के लिए वर्तमान में तीन पेयजल योजनाएं हैं लेकिन उनसे मिलने वाला पानी अपर्याप्त है। थोड़ी-सी बारिश में भी ये योजनाएं क्षतिग्रस्त हो जाती हैं जिससे स्थानीय लोगों और व्यापारियों को भी पेयजल की समस्या से जूझना पड़ता है। पेयजल योजना बनने के बाद इस समस्या का स्थाई समाधान हो जाएगा।