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जान जोखिम में डाल पांच मशीनों से 120 दिन में पांच ऑपरेटरों ने काटी 110 मीटर पहाड़ी

ऑलवेदर रोड निर्माण में मुसीबत बनी स्वाला स्थित पहाड़ी को पांच ऑपरेटरों ने 120 दिनों में काट डाला।

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 May 2020 10:51 PM (IST)Updated: Sat, 23 May 2020 06:11 AM (IST)
जान जोखिम में डाल पांच मशीनों से 120 दिन में पांच ऑपरेटरों ने काटी 110 मीटर पहाड़ी
जान जोखिम में डाल पांच मशीनों से 120 दिन में पांच ऑपरेटरों ने काटी 110 मीटर पहाड़ी

जागरण संवाददाता, चम्पावत : ऑलवेदर रोड निर्माण में मुसीबत बनी स्वाला स्थित पहाड़ी कट गई। 120 दिनों में शिवालया कंपनी के दस ऑपरेटरों ने दिन रात जान जोखिम में डालकर पांच मशीनों से काटकर 110 मीटर पहाड़ी को काटकर जमीन से मिला दिया। ऑपरेटरों के इस मनोबल को सभी लोग सराह रहे हैं। जी हां सराहे भी क्यों न, पहाड़ी काटने में जहां एक ऑपरेटर की मौत होने के बाद अन्य ऑपरेटर उस पहाड़ी को काटने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे। कटिंग का कार्य पूरा होने के बाद अब कंपनी ने फिनिशिंग कर रोड चौड़ीकरण का कार्य शुरू कर दिया है।

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टनकपुर से पिथौरागढ़ के बीच ऑलवेदर रोड का निर्माण किया जा रहा है। चार पैकेजों में बंटे रोड के दूसरे पैकेज में शिवालया कंपनी कार्य कर रही है। कंपनी ने अपने 28 किमी के हिस्से में 150 मीटर छोड़कर कटिंग व डामरीकरण का कार्य पूरा कर लिया, लेकिन कंपनी के लिए स्वाला मंदिर स्थित 110 मीटर पहाड़ी सिरदर्द बन गई। कंपनी ने बीते वर्ष मई 2019 में पहाड़ी की कटिंग का शुरू कर दिया था। करीब 15 दिन कार्य होने के बाद 21 मई को कटिंग के दौरान ऊपर से मलवा आने पोकलैंड समेत ऑपरेटर दब गया। जिसमें ऑपरेटर की मौत हो गई। जिसके बाद कंपनी ने कटिंग का कार्य बंद कर दिया। कारण कि उस पहाड़ी की कटिंग के लिए कोई भी ऑपरेटर हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था। दिसंबर 2019 में कंपनी के ऑपरेटर इंद्रजीत, लक्की, पुनीत, सुरजीत, विजय, गौतम, विक्की, दीपक, दिवाकर, रविंद्र आहूजा ने हिम्मत जुटाई। इन ऑपरेटरों ने अपनी जान जोखिम में डालकर दिन रात पांच पोकलैंड मशीनों से इंजीनियर सुशील, महेश व पवन के निर्देशन में कटिंग करना शुरू की। कटिंग के कुछ दिन बाद ही बारिश होने लगी। जिससे पहाड़ी से मलबा गिरने लग और मार्ग संकरा हो गया। करीब दो माह यही स्थिति रहने के बाद ऑपरेटरों ने स्थिति ठीक होने के बाद कटिंग शुरू की। इन ऑपरेटरों ने हिम्मत दिखाते हुए इस पहाड़ी की कटिंग कर 120 दिनों में इसे रोड से मिला दिया। कटिंग में लॉकडाउन काफी मददगार बना। कंपनी सहित एनएच व जिला प्रशासन इन ऑपरेटरों के जज्बे को सलाम कर रही है। ========== अभी बेलखेत की पहाड़ी बनी हुई सिरदर्द

ऑलवेदर रोड के प्रथम पैकेज में बेलखेत की पहाड़ी एनएच व कार्यदायी आरजीबीएल कंपनी के लिए सिरदर्द बनी हुई है। हालांकि लॉकडाउन में आरजीबएल कंपनी तेजी से कटिंग का कार्य कर रही है। कटिंग के चलते प्रशासन ने नदी से रूट डायवर्ट किया है। ========= स्वाला पहाड़ी को काटना काफी चैलेंजिंग था। एक ऑपरेटर की मौत के बाद अन्य ऑपरेटर पहाड़ी कटिंग की हिम्मत नहीं जुटा पाए। मगर कुछ ऑपरेटरों ने हिम्मत व हौंसला दिखाते हुए करीब 120 दिनों में कटिंग का कार्य पूरा कर लिया। कंपनी इन ऑपरेटरों व इंजीनियर के जज्बे को सलाम करती है। जल्द ही उक्त स्थान पर डामरीकरण का कार्य पूरा कर लिया जाएगा।

- सुरेंद्र राणा, प्रोजेक्ट हेड, शिवालया कंपनी ======== स्वाला की खतरनाक पहाड़ी की कटिंग करने वाले शिवालया कंपनी के सभी ऑपरेटर बधाई के पात्र है। जिस हिसाब से उन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर कटिंग की वह काबिलेतारिफ है। कटिंग पूरी होने से लोगों को काफी राहत मिलेगी। जल्द ही उक्त स्थान पर डामरीकरण का कार्य पूरा कर लिया जाएगा।

- एलडी मथेला, ईई, एनएच


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