फायर सीजन में पहली बार धधके चम्पावत व हल्द्वानी वन प्रभाग के जंगल, पांच हेक्टेयर वन क्षेत्र राख
फायर सीजन में लॉकडाउन के बीच पहली बार चम्पावत के जंगलों में वनाग्नि की घटनाएं सामने आई है।
चम्पावत, जेएनएन : फायर सीजन में लॉकडाउन के बीच पहली बार जंगलों में वनाग्नि की घटनाएं सामने आई हैं। टनकपुर के दोगाड़ी एवं शारदा वन क्षेत्र में बुधवार को लगी आग से पांच हेक्टेयर वन क्षेत्र जलकर राख हो गया। हालांकि वन विभाग ने मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। आग बुझाने में बुधवार की शाम हुई बारिश में भी काफी सहयोग दिया। इन घटनाओं में लाखों रुपये की वन संपदा को नुकसान पहुंचा है।
गर्मी बढ़ने के साथ टनकपुर से लगे चम्पावत और हल्द्वानी वन प्रभाग के जंगलों में आग लगने की घटनाएं शुरू हो गई हैं। मंगलवार रात जहां टनकपुर में छीनीगोठ कंपार्टमेंट के खटीमा रेंज के जंगलों में आग लग गई। वहीं बुधवार को शारदा और दोगाड़ी रेंज के जंगल आग से धधक उठे। आग लगने की जानकारी के बाद वन विभाग की टीमों ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पा लिया। रेंजर गुलजार हुसैन ने बताया कि दोनों रेंज में लगभग पांच हेक्टेयर जंगल को नुकसान पहुंचा है। बताया कि गर्मी के चलते ही यह घटनाएं हुई हैं। टनकपुर में पिछले कुछ दिनों से पड़ रही तेज गर्मी के कारण कर्मचारियों को अलर्ट कर दिया गया है। इधर अब तक जिले के लोहाघाट, देवीधुरा, चम्पावत रेंजों में वनाग्नि की कोई घटना सामने नहीं आई है। वन विभाग को आशंका है कि गर्मी बढ़ी तो इन जंगलों में भी वनाग्नि की घटनाएं हो सकती हैं। लोहाघाट के रेंजर दीप जोशी ने बताया कि उनके क्षेत्र में अब तक वनाग्नि की एक भी घटना सामने नहीं आई है। बता दें कि 14 मार्च से शुरू हुए फायर सीजन को दो माह से अधिक का समय बीत चुका है। इस बार लॉकडाउन के चलते लोगों के जंगलों में न जाने के कारण भी वनाग्नि की घटनाओं पर अंकुश लगा रहा। अब जबकि गर्मी अपने चरम पर है ऐसे में जंगलों को आग से बचाना वन विभाग के लिए चुनौती बन गया है।