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किसानों को सरलता से करें लोन का वितरण : डीएम

जागरण संवाददाता, चम्पावत : आजीविका से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों में स्वरोजगार के व्यापक अवसर प्रदान ह

By JagranEdited By: Published: Fri, 12 Jan 2018 03:40 PM (IST)Updated: Fri, 12 Jan 2018 03:40 PM (IST)
किसानों को सरलता से करें लोन का वितरण : डीएम
किसानों को सरलता से करें लोन का वितरण : डीएम

जागरण संवाददाता, चम्पावत : आजीविका से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों में स्वरोजगार के व्यापक अवसर प्रदान हों, इसके लिए बैंक बेरोजगार युवकों, महिला समूहों आदि को सरलता से लोन वितरण करें जिससे कुछ हद तक पलायन रूक सके। डीएम डॉ. अहमद इकबाल ने जिला कार्यालय सभागार में आयोजित बैठक में बैंकर्स को निर्देश दिए।

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बुधवार देर शाम जिला सभागार में जनपद के अधिक से अधिक बेरोजगार युवाओं, महिलाओं, काश्तकारों आदि को बैंकों के सहयोग से रोजगार से जोड़ने के लिए बैठक आहूत की गई। जिलाधिकारी ने जनपद में होने वाले उत्पादों की श्रेणी व प्राथमिकता तय करने और मुख्य व्यवसाय कर रहे काश्तकारों के उत्पादित एरिया का विस्तार करने के लिए कार्ययोजना तैयार करने के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि उत्पादित शहद, मशरूम, आलू, हल्दी, अदरक के साथ गडेरी, मिर्च, लाल धान को भी ब्राड के रूप में प्रस्तुत करें जिससे काश्तकार उत्पादन में रूचि लें। जिलाधिकारी ने कृषि, उद्यान एवं सहकारिता को प्रथम चरण में उत्पादित एरिया का चयन कर उसका मृदा परीक्षण कराने, स्थानीय बीजों की ग्रेडिंग कराने के बाद काश्तकारों का चयन करने के निर्देश दिए। जिससे चयनित काश्तकारों को सीधे बैंक से ऋण उपलब्ध कराया जा सके। उन्होंने 10 हजार किसानों के केसीसी से जुड़े होने और केवल चार हजार किसानों के ही बैंक से जुड़े होने पर नाराजगी जताई। उन्होंने उद्यान विभाग को मॉडल नर्सरी विकसित कर उससे काश्तकारों को जोड़ने के निर्देश दिये। उन्होंने उत्पादित सामग्री की ग्रेडिंग हेतु काश्तकारों को प्रोत्साहित करने को कहा। बैंकों के 409 करोड़ के ऋण वितरण के लक्ष्य में केवल 10 प्रतिशत ऋण पोट्री, मौनपालन, कृषि, उद्योग, मत्स्य, बकरी, दुग्ध, मशरूम, आलू, अदरक, हल्दी हेतु काश्तकार ले रहे हैं जो नगण्य है। उन्होंने संबंधित विभागों को जनपद के उक्त उत्पादों का रकबा बढ़ाने और काश्तकारों को इन उत्पादों से जोड़कर ब्राडे के रूप में प्रचारित कर बाजार में उतारने हेतु कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम नीति (एमएसएमई) एवं प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) से भी काश्तकार लाभ ले सकेंगे। बैठक में प्रभारी अधिकारी अनिल गब्र्याल, मुख्य विकास अधिकारी एसएस बिष्ट, पीडी एचजी भट्ट, डीडीओ आरसी तिवारी सहित कृषि, उद्यान, उद्योग, दुग्ध, सहकारिता, पशुपालन आदि विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।


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