डाक बंगलों का जीर्णोद्धार करेगी जिला पंचायत, निरीक्षण भवन में खाली पड़ी जमीन पर बनाए जाएंगे ईको हट
चम्पावत जिला पंचायत ने द्यूरी में ऐतिहासिक डाक बंगलों का कायाकल्प करने की कवायद शुरू कर दी है।
चम्पावत, जेएनएन : जिला पंचायत ने द्यूरी में ऐतिहासिक डाक बंगलों का कायाकल्प करने की कवायद शुरू कर दी है। इसके अलावा जिला मुख्यालय स्थित डाक बंगले का भी जीर्णोद्धार किया जाएगा। दोनों डाक बंगलों में स्वामी विवेकानंद ने अपनी कुमाऊं यात्रा के दौरान प्रवास किया था। जिला पंचायत बोर्ड ने दोनों डाक बंगलों के सुधारीकरण तथा जिपं निरीक्षण भवन के पास 12 ईको हट बनाने का प्रस्ताव पारित कर डीपीआर स्वीकृति के लिए शासन को भेज दी है।
बता दें कि महापुरुष स्वामी विवेकानंद का चम्पावत जिले से भी वास्ता रहा है, लेकिन जिले में उनसे जुड़े स्थानों की उपेक्षा हो रही है। वह 19 जनवरी 1901 को द्यूरी गाव आए थे। यह गाव जनपद मुख्यालय से 25 किमी दूर है। यहां वह डाक बंगले में ठहरे थे। लेकिन उनकी स्मृतियों को सहेजने वाले इस डाक बंगले का भी कोई खैरख्वाह नहीं है। दैनिक जागरण ने अपने पूर्व के अंक में 'संरक्षण के अभाव में बदहाल हो रही ऐतिहासिक धरोहर' से खबर प्रकाशित की थी। जिसके बाद जिला पंचायत ने मामले को गंभीरता से लेते हुए इस पर काम शुरू किया। पर्यटकों को आकर्षित करने और जिला पंचायत की आय बढ़ाने के लिए निरीक्षण भवन की खाली जमीन पर 12 ईको हटों के निर्माण की योजना बनाई है। एक हट तैयार करने में लगभग 12 लाख रुपये तक की लागत आएगी। राज्य आंदोलनकारी बसंत तड़ागी, मुकुल ढेक, व्यापार संघ अध्यक्ष अमरनाथ सक्टा आदि का कहना है कि जिला पंचायत के इस कार्य से जिले में ऐतिहासिक धरोहरों की दशा सुधरने के साथ यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या भी बढ़ेगी। जिससे जिले का विकास होगा। जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति राय ने बताया कि जिला पंचायत का पूरा ध्यान लोगों को अधिक से अधिक सुविधाएं देने और पंचायत की आय बढ़ाने पर है। :::::::वर्जन-
जिला पंचायत ने निरीक्षण भवन की खाली पड़ी जगह पर हटों का निर्माण करने के साथ स्वामी विवेकानंद द्वारा प्रवास किए गए डाक बंगलों के जीर्णोद्धार का निर्णय लिया है। प्रस्ताव पास कर डीपीआर शासन को भेजी गई है। -राजेश कुमार, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत