जांच में जिला अस्पताल प्रशासन को क्लीन चिट
संवाद सहयोग चम्पावत ग्राम बुड़ाखेत गाव की एक गर्भवती महिला द्वारा जिला चिकित्सालय के बाहर पर्ची
संवाद सहयोग, चम्पावत : ग्राम बुड़ाखेत गाव की एक गर्भवती महिला द्वारा जिला चिकित्सालय के बाहर पर्ची काउंटर के पास बच्चे को जन्म देने के मामले में राज्यपाल द्वारा रिपोर्ट मागी गई थी। जिला प्रशासन ने मामले की जांच कर गवर्नर को रिपोर्ट भेज दी है। जिसमें जिला प्रशासन ने इस मामले में अस्पताल प्रशासन की कोई गलती नहीं बताई है।
गर्भवती भवानी देवी 35 पत्नी दिनेश राम 15 अप्रैल सुबह अस्पताल आए। जहा जिला अस्पताल की डॉ. वर्षा ने गर्भवती की गंभीर हालत को देखते हुए प्राथमिक इलाज के बाद महिला को पिथौरागढ़ रेफर किया, मगर महिला के हायर सेंटर जाने से पूर्व भवानी देवी ने जिला अस्पताल के पर्ची काउंटर के पास बच्चे को जन्म दे दिया। राज्यपाल द्वारा मागी रिपोर्ट के बाद मंगलवार शाम को जिलाधिकारी रणवीर सिंह चौहान ने मामले की जाच के आदेश दिए थे। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर आरपी खंडूरी और चम्पावत के उप जिलाधिकारी अनिल गब्र्याल ने मामले की जाच की। तमाम बयानात और दस्तावेजों की जाच के बाद इस रिपोर्ट को जाच टीम ने जिलाधिकारी को सौंपा। जिलाधिकारी रणवीर सिंह चौहान ने बताया कि खुले में बच्चे को जन्म देने के मामले में अस्पताल के किसी डॉक्टर या स्टाफ का कोई दोष नहीं है। गर्भ के दस महीने होने के साथ केस के जटिल होने की वजह से गर्भवती को रेफर करना जरूरी था। और डॉक्टर ने परीक्षण के बाद यही किया, मगर गर्भवती महिला और उनके पति हायर सेंटर जाने के बजाय रुपये निकालने के लिए बैंक चले गए। इस बीच गर्भवती महिला को दर्द हुआ और महिला अपने पति के साथ दोबारा अस्पताल पहुंची। जहा पर्ची काउंटर के नजदीक महिला ने 15 अप्रैल को बच्चे को जन्म दिया। बाद में महिला को फिर से जिला अस्पताल भर्ती कराया गया।