जनपद की स्वास्थ्य सेवाएं होगी बेहतर
दीपक सिंह बोहरा चम्पावत जनपद वासियों के लिए अच्छी व राहत भरी खबर। जनपद की बदहाल हो चुक
दीपक सिंह बोहरा, चम्पावत
जनपद वासियों के लिए अच्छी व राहत भरी खबर। जनपद की बदहाल हो चुकी स्वास्थ्य सेवाएं जल्द अपने बदले रूप में दिखाई देंगी। स्वास्थ्य विभाग अपने सेवाओं को उच्चीकृत करने जा रहा है। जिससे की मरीजों को और बेहतर लाभ मिल सके। इस क्रम में जल्द सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व राज्य एलोपैथिक चिकित्सालय का उच्चीकरण कर पीएचसी ए व बी तथा संयुक्त चिकित्सालय टनकपुर व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लोहाघाट का उच्चीकरण कर सब डिस्ट्रिक्ट हास्पिटल बनाया जाएगा। इन सेवाओं का राज्य स्थापना दिवस पर शुभारंभ किया जाएगा।
जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए शासन स्तर पर विगत एक सप्ताह से मंथन चल रहा था। जिसमें प्रदेश भर के सीएमओ व एसीएमओ को बुलाया गया था। जिनसे अपने-अपने क्षेत्र की समस्याओं के बारे में पूछा गया। कई दिनों के चले मंथन के बाद स्वास्थ्य विभाग ने बदलाव की तैयारियां शुरू कर दी है। एसीएमओ डॉ. कुलदीप सिंह यादव ने बताया जिले के सभी अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व राज्य एलोपेथिक चिकित्सालयों का उच्चीकरण कर पीएचसी ए बनाया जाना है। जिसमें एक एमबीबीएस डॉक्टर, दो स्टाफ नर्स, एक फार्मासिस्ट, एक चौकीदार का पदा सृजित किया जाएगा। इसके अलावा उस क्षेत्र की सभी एएनएम पीएचसी ए के अंतर्गत रहेंगी। पीएचसी बाराकोट को पीएचसी बी बनाया गया है जिसमें दो एमबीबीएस डॉक्टर, एक आयुर्वेदिक चिकित्साधिकारी, एक फार्मासिस्ट, चार स्टाफ नर्स, दो स्वच्छक व एक चौकीदार का पदा सृजित किया जाएगा। इसके अलावा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लोहाघाट व संयुक्त चिकित्सालय टनकपुर को सब डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल बनाया जा रहा है। जिसमें जिला चिकित्सालय की तरह ही सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। ======== जिला चिकित्सालय को मिली एएलएस एंबुलेंस
चम्पावत : आपातकालीन सेवा का जीवीके से करार समाप्त होने के बाद कम्युनिटी एक्सन थ्रू मोटिवेशनल प्रोग्राम (कैंप) ने कार्य शुरू कर दिया है। जिले की सभी 108 एंबुलेंस दो शिफ्टों में कार्य कर रही हैं। इसके अलवा जिला चिकित्सालय को एक एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस भी मिली है। जो कई जरूरी मशीनों से लैस होगी। 108 के जिला समंवयक भाष्कर ने बताया जिला चिकित्सालय में एएलएस एंबुलेंस आ चुकी है अब इसमें वेंटिलेटर, मॉनिटर, डिफिविलेटर मशीनें इंस्टाल करनी हैं। इसका प्रयोग गंभीर मरीजों को लाने व हायर सेंटर ले जाने में किया जाएगा। मशीनें इंस्टाल होने के बाद इसकी सुविधा भी मरीजों का मिलनी शुरू हो जाएगी।