चम्पावत को आदर्श जिला बनाने में सहयोग करेगा कोसी कटारमल
संवाद सहयोगी, चम्पावत : जिला कार्यालय सभागार में डीएम नरेंद्र सिंह भंडारी की अध्यक्षता में जिला पर्यावरण योजना को लेकर गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में मौजूद गोविंद बल्लभ पंत राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान कोसी कटारमल (अल्मोड़ा) के वरिष्ठ विज्ञानियों ने चम्पावत को आदर्श जिला बनाने में पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया।
संस्थान के वरिष्ठ विज्ञानी डा. जेसी कुनियाल ने नेशनल ग्रीन ट्रीब्यूनल के दिशा निर्देशों की जानकारी दी। कहा कि इसके तहत उत्तराखंड के सभी जिलों की पर्यावरण योजना बनाई जानी है। बताया कि जीबी पंत राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान कोसी के विज्ञानियों द्वारा सभी जिलों की पर्यावरण योजना को ड्राफ्ट का रूप दे दिया है। जिसके तहत ठोस कचरे का प्रबंधन, बायो मेडिकल वेस्ट, इलेक्ट्रानिक वेस्ट के साथ ही अन्य वेस्ट का प्रबंधन का वैज्ञानिक तरीके से समायोजन किया जाना है। डा. कुनियाल ने बताया कि प्रथम चरण में कुमाऊं के सभी जिलों की पर्यावरण योजना पर विभागों के अधिकारियों के साथ चर्चा होनी है। जीबी पंत राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान के निदेशक प्रोफेसर सुनील नौटियाल ने वर्चुअली जुड़कर बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चम्पावत जिले को आदर्श जिला बनाने की योजना तैयार की है। उनके संस्थान के द्वारा जो भी शोध कार्य इस दिशा में किए जाने होंगे उन्हें पूरा किया जाएगा। कार्यशाला में जिलाधिकारी, डीएफओ, सीडीओ सहित अन्य अधिकारियों ने विज्ञानियों के साथ विस्तृत चर्चा की। जिलाधिकारी ने ठोस कचरे का प्रबंधन एवं बायो मेडिकल वेस्ट का निस्तारण डंपिंग जोन में वैज्ञानिक तरीके से करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने सभी निकायों के अधिशासी अधिकारियों को ठोस कचरे के साथ ही अन्य वेस्ट का प्रयोग कर पार्क विकसित करने को कहा। इसके लिए अधिशासी अधिकारियों को 15 दिन के भीतर कार्य योजना तैयार कर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी निकायों के ईओ को सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग होने पर चालान की कार्रवाई में तेजी लाने को कहा। कार्यशाला में प्रभागीय वनाधिकारी आरसी कांडपाल, मुख्य विकास अधिकारी राजेंद्र सिंह रावत, डीपीआरओ रामपाल सिंह सहित सभी नगर पालिका एंव नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी उपस्थित रहे।