आशाओं ने अपनी मांगों को लेकर दिया धरना
संवाद सहयोगी, टनकपुर : केंद्रीय ट्रेड यूनियन के संयुक्त आह्वान पर आशा कार्यकत्रियों का दा
संवाद सहयोगी, टनकपुर : केंद्रीय ट्रेड यूनियन के संयुक्त आह्वान पर आशा कार्यकत्रियों का दो दिवसीय धरना प्रदर्शन कार्यक्रम शुरू हुआ।
मंगलवार को आशा कार्यकत्रियों ने संयुक्त चिकित्सालय पहुंचकर धरना दिया। इस बीच आशा हेल्थ वर्क्स यूनियन की राज्य कार्यकारिणी सदस्य लीला ठाकुर ने कहा कि आशाओं को 24 घंटे ड्यूटी के बाद भी वेतन के नाम पर खाना पूर्ति की जा रही है। जबकि वह केन्द्र सरकार द्वारा चलाई जा रही राष्ट्रीय योजना के तहत कार्य कर रही आशाओं के श्रम का खुला शोषण है। एक ओर जहां सरकार महिला सशक्तिकरण के विज्ञापनों के नाम पर करोड़ों रूपये खर्च कर रही है। वही 24 घंटे कार्य लेने के बाद आशा कार्यकत्रियों को मानदेय के नाम पर कुछ नही दिया जा रहा है। जबकि आशाओं से स्वास्थ्य संबंधी सभी कार्य कराए जा रहे है। उन्होंने कहा कि इन दो दिनों की अखिल भारतीय हड़ताल की सफलता के लिए सभी आशाओं का समर्थन हासिल कर लिया गया है। उन्होंने अन्य यूनियनों से आशा के समर्थन में आकर धरना प्रदर्शन में भाग लेने का आह्वान किया है। धरना प्रदर्शन करने वालों में मीरा कश्यप, मंजू गडकोटी, मीना चन्द, मंजू जोशी, भुवनेश्वरी भट्ट, लीला नेगी, बबीता देवी, प्रेमिला सिंह, लीला देवी, कविता बसेडा, रीता उप्रेती, शमशाद बानो, मंजू गौरी आदि शामिल रहे।