कैसे करें क्वारंटाइन किए लोगों की रखवाली, ग्राम प्रधानों के खाते तो खुद हैं खाली
चम्पावत जिले के ग्राम प्रधान क्वारंटाइन सेंटरों की व्यवस्था के लिए पैसा न मिलने पर खासा आक्रोशित है।
लोहाघाट, गौरी शंकर पंत: जिले के ग्राम प्रधान लॉकडाउन में बाहरी राज्यों एवं जिलों से घर लाकर क्वारंटाइन किए जा रहे प्रवासियों की मदद नहीं कर पा रहे हैं। इसका कारण उनका बैंक खाता खाली होना है। सरकार की ओर से प्रवासियों को चाय नाश्ता करवाने के लिए दी गई तीन हजार रुपये की मदद अभी तक खातों में नहीं पहुंची है। समुचित सहयोग न मिल पाने से ग्राम प्रधानों को क्वारंटाइन सेंटरों में रखे गए प्रवासियों का कोप भाजन बनना पड़ रहा है।
गांवों के पंचायत भवनों एवं स्कूलों में क्वारंटाइन किए गए लोगों को खाने पीने की मदद करने के लिए प्रशासन द्वारा तीन हजार रुपये की धनराशि ग्राम प्रधानों के खाते में डालने की बात कही जा रही है, लेकिन अभी तक प्रधानों में खाते में सहायता राशि नहीं पहुंची है। पैसा न होने से ग्राम प्रधान क्वारंटाइन किए लोगों की तमाम जरूरतों का पूरा नहीं कर पा रहे हैं। गनीमत यह है कि अधिकांश क्वारंटाइन सेंटरों में ग्राम प्रधान अपनी ओर से लोगों को चाय व नाश्ता करवा रहे हैं। समय पर पैसा न आने से नाराज ग्राम प्रधान सरकार द्वारा दी जारी की गई धनराशि को मुख्यमंत्री राहत कोष में वापस लौटाने की धमकी दे चुके हैं। ग्राम पंचायत फोर्ती की प्रधान विमला पुनेठा, सुई पऊ की हेमा देवी, गल्लागांव के रंजीत सिंह बोहरा ने बताया कि अब तक सरकार एवं विकास खंड की ओर से उन्हें कोई मदद नही मिली है। सिर्फ सैनिटाइजर बांटकर इतिश्री कर ली गई है। वहीं प्रशासन भी पैसे देने की बात कह कर प्रधानों व लोगों को गुमराह कर रहा है। ======= सरकार क्वारंटाइन किए गए प्रवासियों के नाम पर ग्राम प्रधानों को बेवकूफ बना रही है। प्रशासन की ओर से प्रधानों के लिए जारी तीन हजार रुपये की राशि अब तक प्रधानों के खातों में नहीं आई है। इससे ग्राम प्रधानों में आक्रोश है।
- भुवन भट्ट, अध्यक्ष, ग्राम प्रधान संगठन लोहाघाट ======== कोरोना संक्रमण काल में लोगों को सरकार से जो मदद मिलनी चाहिए थी वह नहीं मिल रही है। तीन हजार रुपये अभी तक प्रधानों को नहीं मिले हैं। यह राशि मिलती भी है तो इससे कुछ होने वाला नहीं है। ग्राम प्रधान अपने स्तर से लोगों की मदर कर रहे हैं। उन्हें मदद के नाम पर सरकार की खानापूर्ति नहीं चाहिए।
- भुवन चौबे, ग्राम प्रधान खैसकांडे सुई
=========== क्वारंटाइन किए गए लोगों की मदद के लिए राज्य सरकार से मिली धनराशि प्राप्त हो गई है। इस राशि को ग्राम प्रधानों के खातों में डालने की प्रक्रिया शुरूहो गई है। शीघ्र सभी प्रधानों को पैसा मिल जाएगा।
- केके पांडेय, बीडीओ, चम्पावत ========= स्कूलों व ग्राम पंचायतों में क्वारंटाइन किए गए प्रवासियों की व्यवस्था व सफाई कराने समेत अन्य कार्यो के लिए तीन हजार रुपये प्रधानों के खाते में डाल दिए गए हैं। इन पैसों से प्रधान क्वारंटाइन परिसर में साफ सफाई कराने का कार्य करेंगे। साथ ही अगर क्वारंटाइन किए व्यक्ति के घर में खाने की व्यवस्था न होने पर प्रधान भोजनमाता के जरिए उन्हें खाना बनाकर भी देंगे।
- एसएन पांडे, जिलाधिकारी, चम्पावत