डेंगू मलेरिया से निपटने को मिलकर करना होगा कार्य
चमोली की जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने डेंगू मलेरिया की पूर्व रोकथाम एवं नियंत्रण को लेकर सभी विभागों को मिलकर कार्य करने पर जोर दिया।
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: चमोली की जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने डेंगू, मलेरिया की पूर्व रोकथाम एवं नियंत्रण को लेकर सभी विभागों को मिलकर कार्य करने पर जोर दिया। डीएम ने कहा कि अभी से इसके लिए तैयारी शुरू करें। उन्होंने डेंगू की रोकथाम के लिए सबकी भागीदारी, सबकी जिम्मेदारी पर जोर देते हुए स्वास्थ्य विभाग, नगर पालिका, शिक्षा, बाल विकास तथा पंचायतीराज विभाग को आपसी समन्वय से कार्य करने का निर्णय लिया गया है।
शुक्रवार को हुई बैठक में जिलाधिकारी ने सभी नगर पालिका एवं नगर पंचायत क्षेत्रों में पानी की निकासी, नालियों की साफ-सफाई, मच्छर मारने के लिए कीटनाशक दवाओं का छिड़काव, फागिग करने के साथ ही व्यापक जन जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए। पंचायतीराज विभाग को सभी ग्राम पंचायतों में भी डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया की रोकथाम के लिए लोगों को जागरूक करने को कहा गया। डेंगू मच्छर का लार्वा साफ पानी में ही पनपता है। इसलिए लोगों को कूलर, गमलों, वाहन के टूटे टायरों अथवा अन्य टूटे बर्तन, प्लास्टिक सामग्री में रूके पानी इत्यादि को हटाने के लिए जागरूक करने की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
निर्णय लिया कि शिक्षा विभाग को सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों में डेंगू की रोकथाम के लिए बच्चों को फुल बाजू की ड्रेस पहनने तथा पोस्टर, पेंटिग, स्लोगन, निबंध इत्यादि प्रतियोगिता के साथ ही प्रार्थना सभा में बच्चों को डेंगू के प्रति जागरूक करे। बाल विकास विभाग को आंगनबाड़ी कार्यकत्री के माध्यम से बच्चों के अभिभावकों को डेंगू, मलेरिया से बचाव के संबध में जानकारी देने के साथ स्वास्थ्य विभाग को जमा पानी में लार्वा नष्ट करने को लगातार फील्ड विजिट करने तथा अपने अधीनस्थ सीएचसी, पीएचसी में भी एएनएम व आशा वर्कर को प्रशिक्षित करने को कहा गया।
जिला मुख्यालय में डेंगू मरीजों के इलाज के लिए सीतापुर अस्पताल गोपेश्वर में आइसोलेशन बैड एवं चिकित्सा व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। सीएचसी व पीएचसी में भी डेंगू मरीजों के इलाज के लिए आइसोलेशन बैड तैयार किए जाएंगे । इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी हंसादत्त पांडे, सीएमओ डा0 केके सिंह, एसीएमओ डा0 उमा रावत, डीईओ आशुतोष भण्डारी, डीपीओ संदीप कुमार, डीपीआरओ राजेन्द्र सिंह गुजियाल आदि उपस्थित थे।