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उत्‍तराखंड में नशे के खिलाफ महिलाएं मुखर, सुनाया फरमान; कहा- 'शादी-ब्‍याह में शराब परोसी तो हम नहीं आएंगे'

Alcohol Ban चमोली जिले के कुंजौ मैकोट क्षेत्र की महिलाओं ने शराब के खिलाफ आवाज उठाई है। महिलाओं ने फैसला लिया है कि अगर किसी शादी या अन्य समारोह में शराब परोसी गई तो वे उसका बहिष्कार करेंगी। महिलाओं का कहना है कि शराब से उनके परिवार बर्बाद हो रहे हैं और युवा नशे की चपेट में आ रहे हैं।

By Devendra rawat Edited By: Nirmala Bohra Updated: Thu, 05 Sep 2024 02:47 PM (IST)
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Alcohol Ban: शराब को लेकर सामाजिक बहिष्कार का निर्णय

संवाद सहयेागी,जागरण, गोपेश्वर। Alcohol Ban: चमोली जिले के दशोली विकासखंड के कुंजौ मैकोट सहित आस पास के क्षेत्र की महिलाएं शराब के विरोध में मुखर हो गई हैं। महिलाओं कुजाऊं के पंचायत भवन परिसर में महिला मंगल दलों की बैठक में क्षेत्र में शराब को लेकर सामाजिक बहिष्कार का निर्णय लिया है।

शादी-ब्याह व अन्य समारोह में अगर शराब परोसी गई तो महिलाएं आयोजन का बहिष्कार करेंगी। चमोली जिले के ग्रामीणों क्षेत्रों में शराब के बढ़ते प्रचलन से हर परिवार प्रभावित है।

अवैध अंग्रेजी शराब के साथ कच्ची शराब की भी बिक्री खुले आम होने से ग्रामीण क्षेत्रों के परिवार आर्थिक बोझ के साथ बर्बादी के गर्त में जा रहे हैं। युवा भी नशे के इस जाल में फंसकर भविष्य बर्बाद कर रहे हैं।

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शराबियों के आंतक से जीना मुश्किल

शराब के दुष्प्रभाव का सबसे ज्यादा खामियाजा घर की महिलाएं भुगत रही हैं। परिवार चलाना मुश्किल हो रहा है। साथ ही शराबियों के आंतक से जीना भी मुश्किल है। कुंजौ मैकोट सहित आसपास के क्षेत्र की महिलाओं ने पंचायत भवन में बैठक कर शराब के दुष्प्रभावों को लेकर चर्चा की।

चर्चा में यह बात साफ हुई कि शराब के ब्रिक्री पर राजस्व, पुलिस व आबकारी विभाग कार्रवाई नहीं कर रहा है। या यों कहें कि सरकारी सिस्टम की मदद से ही शराब का धंधा फल फूल रहा है।

पारिवारिक हिंसा का कारण भी बन रही शराब

क्षेत्र की दुकानों सहित जगह जगह कच्ची व अंग्रेजी शराब बिक रही है। महिलाओं का कहना है कि हम अपने व आस पास मौजूद शराबियों को समझा कर थक चुके हैं। उल्टा शराब पारिवारिक हिंसा का कारण भी बन रही है।

शादी, मुंडन सहित ऐसा कोई कार्यक्रम नहीं है, जिसमें शराब का प्रचलन न हो। इसलिए निर्णय लिया गया है कि अगर शादी सहित अन्य समारोह में शराब परोसी जाती है तो वे इसका बहिष्कार करेंगी। तथा समारोह में भोजन सहित अन्य कायों में भागीदारी नहीं करेंगी।

यह भी तय किया गया कि शराब पीकर गांव में आने पर मेहमान पर भी जुर्माना लगाया जाएगा। अगर तब भी नहीं मानें तो पुलिस-प्रशासन की मदद लेकर उन्हें कानूनी रूप से सबक सिखाया जाएगा।

महिला मंगलदल अध्यक्ष अमिता झिक्कांण ने बताया कि महिलाओं के इस निर्णय से ग्राम प्रधान क्षेत्र पंचायत सदस्य सहित अन्य जन्रपतिनिधियों को भी लिखित रुप से अवगत कराया गया है। उनसे भी सहयोग मांगा गया है। सभी ने महिलाओं के इस कदम की सराहना की है।

बैठक में ग्राम प्रधान दिलबर सिंह भंडारी, क्षेत्र पंचायत सदस्य राजेंद्र सिंह नेगी, विनीता देवी, सुनीता, नीलम, मंजू, संतोषी, देवेश्वरी, सुधा सहित कई महिलाएं शामिल थी।

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जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक से मांगा सहयोग

कुंजौ मैकोट क्षेत्र की महिलाओं ने जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक को लिखित रुप से महिलाओं द्वारा शराब के विरुद्ध में चलाए जा रहे अभियान की जानकारी देते हुए सहयोग मांगा है।

ज्ञापन में महिलाओं ने बताया कि गांव क्षेत्र के दुकानों, घरों सहित अन्य कई जगहों पर शराब की बिक्री की जा रही है। जिससे क्षेत्र का माहौल भी खराब हो रहा है। साथ ही इस नशे के चलते युवा पीढ़ी का भविष्य भी चौपट हो रहा है। महिलाओं ने क्षेत्र में अवैध रुप से फल फूल रहे शराब को बंद किए जाने की मांग की है।