सरकार को जगाने के लिए आज करेंगे अनशन
सरकार व प्रशासन को नींद से जगाने के लिए हाट के ग्रामीण 22 अक्टूबर को अनशन करेंगे।
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: सरकार व प्रशासन को नींद से जगाने के लिए हाट के ग्रामीण 22 अक्टूबर को प्रशासन व टीएचडीसी प्रबंधन के खिलाफ अनशन करेंगे। ग्रामीण हाट गांव में भवनों को तोड़ने से नाराज हैं। ग्रामीणों ने साफ किया कि यदि तत्काल उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया तो आंदोलन को तेज किया जाएगा।
22 सितंबर को प्रशासन व टीएचडीसी ने दशोली विकासखंड के हाट गांव के भवनों और गोशालाओं पर जेसीबी चला दी थी। यह गांव टीएचडीसी की 444 मेगावाट की तपोवन विष्णुगाड़ परियोजना से प्रभावित है। हाट के ग्राम प्रधान राजेंद्र प्रसाद हटवाल का कहना है कि अभी तक गांव को पूरा विस्थापित नहीं किया गया है। बावजूद इसके पूरे गांव के भवनों को तोड़ दिया गया, जो अनुचित है। उन्होंने कहा कि आठ अक्टूबर को प्रभावित ग्रामीणों का शिष्टमंडल मुख्यमंत्री से मिला था। तब मुख्यमंत्री ने प्रमुख सचिव आनंद वर्धन को प्रशासन व टीएचडीसी से वार्ता के लिए नियुक्त किया था। इससे पहले चार अक्टूबर को ग्रामीणों ने गांव में ही धरना शुरू किया तो प्रशासन की ओर से ज्वाइंट मजिस्ट्रेट व उपजिलाधिकारी चमोली अभिनव शाह ने मौके पर पहुंचकर भरोसा दिलाया था कि 11 अक्टूबर को जिलाधिकारी की अध्यक्षता में ग्रामीणों व टीएचडीसी की बैठक कर समस्याओं का समाधान किया जाएगा। कहा कि गांव के भवनों को तोड़े हुए एक महीना बीत चुका है मगर आज तक न ही कोई बैठक हुई और न ग्रामीणों की मांग पर चर्चा हुई। लिहाजा 22 अक्टूबर को ग्रामीण प्रशासन व सरकार को नींद से जगाने के लिए अनशन करेंगे। ग्राम प्रधान हाट राजेंद्र हटवाल व दशोली के ज्येष्ठ प्रमुख पंकज हटवाल गांव के टूटे हुए घरों के आगे ही अनशन पर बैठेंगे। सरपंच सोहन, महिला मंगल दल अध्यक्ष बनीता देवी, युवक मंगल दल अध्यक्ष अमित गैरोला आदि ने भी कहा कि यदि तत्काल ग्रामीणों की सभी समस्याओं का निराकरण नहीं किया तो आंदोलन तेज किया जाएगा।