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दीवार मरम्मत को होगा विदेशी टेक्नोलॉजी का प्रयोग

संवाद सहयोगी गोपेश्वर एक दशक पूर्व क्षतिग्रस्त हुई जिला मुख्यालय गोपेश्वर के स्पो‌र्ट्स स्टेडियम

By JagranEdited By: Published: Thu, 18 Apr 2019 03:01 AM (IST)Updated: Thu, 18 Apr 2019 06:34 AM (IST)
दीवार मरम्मत को होगा विदेशी टेक्नोलॉजी का प्रयोग
दीवार मरम्मत को होगा विदेशी टेक्नोलॉजी का प्रयोग

संवाद सहयोगी, गोपेश्वर : एक दशक पूर्व क्षतिग्रस्त हुई जिला मुख्यालय गोपेश्वर के स्पो‌र्ट्स स्टेडियम की दीवार की मरम्मत को लेकर खेल महकमा सजग हो गया है। दीवार की मरम्मत के लिए खेल विभाग ने शासन को दो करोड़ रुपये का प्रस्ताव भेजा है। धनराशि आवंटित हुई तो विदेशी टेक्नोलॉजी से स्टेडियम की दीवार का निर्माण किया जाएगा।

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जिला मुख्यालय गोपेश्वर में स्थित एकमात्र स्पो‌र्ट्स स्टेडियम में ही खेलों का आयोजन होता है। स्टेडियम में खेल विभाग का कार्यालय व आवास भी मौजूद है। लगभग एक दशक पूर्व स्टेडियम की दीवार का 20 मीटर हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था। वर्ष 2011 में इसका आंगणन तैयार किया तो शासन ने 77.77 लाख की धनराशि खेल विभाग को अवमुक्त की। तब खेल विभाग ने ग्रामीण अभियंत्रण सेवा विभाग को निर्माण एजेंसी बनाकर दीवार की मरम्मत का कार्य सौंपा। मगर सर्वेक्षण में ही लंबा समय लग गया। जिससे दीवार की मरम्मत का कार्य प्रारंभ नहीं हो पाया। तब आइआइटी रुड़की के इंजीनियरों ने इस क्षतिग्रस्त दीवार का सर्वेक्षण कर कुछ समय तक यहां पर निर्माण कार्य न करने की सलाह दी थी। इस दौरान निर्माण कार्य न होने से भूस्खलन का दायरा भी बढ़ा। बारिश के समय तो यह भूस्खलन लगातार बढ़ता रहा। इससे पपड़ियाणा, बसंत विहार समेत आसपास के मोहल्लों में भी नुकसान पहुंचा। अब खेल विभाग एक बार फिर से दीवार मरम्मत को लेकर कार्यवाही कर रहा है।

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नए प्रस्ताव के अनुसार विदेशी टेक्नोलॉजीसे इस क्षतिग्रस्त दीवार की मरम्मत का कार्य किया जाना है। इसके लिए शासन को दो करोड़ रुपये का प्रस्ताव भेजा गया है।

गिरीश कुमार, प्रभारी जिला क्रीड़ा अधिकारी चमोली खेलों का आयोजन हो रहा प्रभावित

स्टेडियम की क्षतिग्रस्त दीवार की मरम्मत न होने से खेलों का आयोजन भी प्रभावित हो रहा है। इस स्टेडियम में फुटबॉल, लंबी दूरी की दौड़, क्रिकेट आदि प्रतियोगिताएं कराने में दिक्कतें आ रही हैं। इसके अलावा इस स्टेडियम में विभिन्न प्रशिक्षण भी दिए जाते हैं। प्रशिक्षण के दौरान भी क्षतिग्रस्त दीवार आड़े आ रही है।


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