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कर्णप्रयाग: डंडी-कंडी के सहारे घायल को पहुंचाया अस्पताल, सड़क निर्माण न किए जाने पर ग्रामीणों ने दी चेतावनी

बुधवार शाम आदिबदरी तहसील के ग्राम एगड़ के 50 वर्षीय नंदन सिंह की अपने घर के पास रास्ते में पैर फिसलने से घुटने की हड्डी टूट गई। सड़क सुविधा न होने के कारण ग्राम एगड़ के एक ग्रामीण को डंडी-कंडी के सहारे अस्पताल पहुंचाना पड़ा।

By Sumit KumarEdited By: Published: Thu, 08 Sep 2022 06:56 PM (IST)Updated: Thu, 08 Sep 2022 06:56 PM (IST)
कर्णप्रयाग: डंडी-कंडी के सहारे घायल को पहुंचाया अस्पताल, सड़क निर्माण न किए जाने पर ग्रामीणों ने दी चेतावनी
सडक सुविधा के अभाव में बडेथ-एगड़ पैदल मार्ग से घायल को सड़क मार्ग आदिबदरी-नौटी तक पहुंचाते ग्रामीण।

संवाद सूत्र, कर्णप्रयाग : सरकार के गांव में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के दावों की पोल एक बार फिर खुल गई है। स्थिति यह है कि सड़क सुविधा न होने के कारण ग्राम एगड़ के एक ग्रामीण को डंडी-कंडी के सहारे अस्पताल पहुंचाना पड़ा। राज्य बनने के 22 साल बाद भी स्वास्थ्य सेवा का बुरा हाल है।

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रास्ते में पैर फिसलने से घुटने की हड्डी टूटी

बुधवार शाम आदिबदरी तहसील के ग्राम एगड़ के 50 वर्षीय नंदन सिंह की अपने घर के पास रास्ते में पैर फिसलने से घुटने की हड्डी टूट गई। चोट अधिक लगने से रक्तस्राव भी हो रहा था। आसपास कोई अस्पताल न होने के कारण ग्रामीणों के सामने खासी समस्या पैदा हो गई।

घायल को हायर सेंटर रुद्रप्रयाग क‍िया रेफर

ग्रामीण युवाओं ने ऐसी स्थिति में कुर्सी और डंडों के सहारे घायल को कंधे पर लादकर चार किमी पैदल बडेथ मोटर मार्ग तक लाए, जहां से उन्हें वाहन से उपजिला चिकित्सालय कर्णप्रयाग व बेस अस्पताल सिमली लाया गया। लेकिन, संसाधनों के अभाव में चिकित्सकों ने घायल को हायर सेंटर रुद्रप्रयाग रेफर कर दिया। जहां उनका जिला चिकित्सालय में इलाज चल रहा है।

चारपाई या कंधे पर लादकर लाना पड़ता है बीमार को

इससे पूर्व भी कई बार ग्रामीणों को बीमार को उपचार के लिए चारपाई या कंधे पर लादकर लाना पड़ता रहा है। एगड़ के ग्रामीण मुकेश, राजेंद्र व कलम सिंह ने कहा कि सभी जगह मोटरमार्ग की सुविधा हो गई है, लेकिन एगड़ गांव के लोग आज भी सड़क के अभाव में बुनियादी सुविधा से महरूम है।

गर्भवती महिलाओं को सबसे ज्‍यादा परेशानी

50 परिवारों वाले इस गांव में नजदीक में स्वास्थ्य सुविधा भी नहीं है। सबसे अधिक परेशानी गर्भवती महिलाओं को उठानी पड़ती है। उन्होंने कहा कई बार शासन-प्रशासन को सड़क निर्माण के संबंध में पत्र भी भेजा, पर कोई सुनवाई नहीं हो रही।

पांच साल में 10 से अध‍िक पर‍िवार कर चुके पलायन

बताया लोक निर्माण विभाग गौचर डिवीजन कई बार सर्वे कर चुका है। सड़क व स्वास्थ्य सुविधा के अभाव में बीते पांच साल में दस से अधिक परिवार यहां से पलायन कर चुके हैं। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर शीघ्र गांव के लिए सड़क का निर्माण नहीं किया गया तो वो सड़क पर उतरकर आंदोलन को बाध्य होंगे।

पूर्व में विवाद के चलते सर्वे कार्य अधूरा

लोनिवि के अभ‍ियंता अमि‍त पटेल का कहना है क‍ि आदिबदरी-नौटी मोटर मार्ग पर बडेथ गांव से एगड़ के लिए प्रस्तावित मोटर मार्ग का किमी 27 से सर्वे प्रस्तावित है। पूर्व में विवाद के चलते सर्वे कार्य अधूरा रह गया था। अब नए सिरे से सर्वे कर डीपीआर शासन को भेजी जाएगी, जिसपर स्वीकृति उपरांत काम संभव होगा।

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